महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध ओपेक चिकित्सालय कैली में गुरुवार की शाम एक महिला मरीज का शव बाथरूम में मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना पाते ही मेडिकल कॉलेज के अफसर और सोनूपार चौकी की पुलिस वहां पहुंच गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मर्चरी में रखवा दिया है।
सोनहा थाना क्षेत्र स्थित भानपुर बाबू गांव निवासिनी आराधना (35) के पेट में दर्द हो रहा था। परिवारीजन उसे इलाज कराने के लिए लखनऊ ले गए थे। उसकी आंत उलझी हुई है जिसका ऑपरेशन किया गया था। परिवारीजन सोमवार को उसे लेकर घर चले आए। गुरुवार को दोपहर में उसके पेट में पुन: दर्द होने लगा तो परिवारीजन ने उसे कैली में भर्ती करा दिया। शाम 5:45 बजे उसकी मां सुशीला और एक अन्य तीमारदार ने उसे सहारा देकर बाथरूम में पहुंचाया। काफी देर होने पर जब वह बाथरूम से नहीं निकली तो उसकी मां घबरा गई। मां अंदर गई तो आराधना बेसुध पड़ी थी। उसके गले में जूते का फीता बंधा था। प्लास्टिक की बाल्टी उल्टी पड़ी थी।
मां के शोर मचाने पर पहुंचे परिजनों ने चाकू से शू-लेश को काटकर उसे बाहर निकाला। मौके पर पहुंचे चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में ले लिया। प्रधानाचार्य डॉ. मनोज कुमार ने आराधना की बीएचटी कब्जे में ले ली है। सीओ सिटी सत्येंद्र भूषण तिवारी ने बताया कि वार्ड नंबर-तीन में भर्ती महिला मरीज का शव मिला है।
डीएम रवीश गुप्ता ने फोन कर प्रधानाचार्य से घटनाक्रम की जानकारी ली। प्रधानाचार्य डा. मनोज कुमार ने बताया कि 10 दिन पूर्व लखनऊ में आराधना की आंत का ऑपरेशन हुआ था। गुरुवार को उसे सर्जिकल वार्ड में भर्ती किया गया। उसकी हालत खराब थी जिसकी वजह से उसका व्यवहार असामान्य हो गया था। उसने शू-लेश की मदद से आत्महत्या कर ली।