बभनी/सागोबांध, हिन्दुस्तान संवाद। बारिश बंद होने के बाद बभनी ब्लाक में कच्चे घर गिरने
बभनी/सागोबांध, हिन्दुस्तान संवाद। बारिश बंद होने के बाद बभनी ब्लाक में कच्चे घर गिरने का क्रम जारी है। बुधवार को बभनी, चैनपुर और सागोबांध में कच्चा घर गिरने से लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ा। पीड़ितों ने शासन-प्रशासन से मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है।
बभनी ब्लाक में तीन दिनों के बारिश ने जन जीवन अस्त व्यस्त कर रख दिया। बारिश है मक्का, उर्द, सब्जी की फसलों को नुक्सान पहुंचा तो वहीं जगह जगह जल भराव ने भी लोगों को परेशान किया। बुधवार की रात्रि में बभनी के धनबहवा टोला में ईश्वर प्रसाद, चैनपुर में अशोक चौबे का घर गिर गया। इस वर्ष अनुमान से ज्यादा बारिश ने सबको चौका दिया। शुरूआती दौर में कम बारिश के कारण लोग सूखे की आशंका करने लगे थे लेकिन लगातार हुई बारिश ने सबको हैरत में कर दिया। नदी, तालाब, पोखरा, कुआं सभी ऊपर से बह रहे हैं।
म्योरपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत सांगोबांध में बुधवार की सुबह कन्हैया गुप्ता का कच्चा घर गिर गया। इससे परिवार के लोगों को रहने के लिए आशियाने को लेकर चिंता हो गई है। वहीं घर गिरने से उसमें रखा सामान भी क्षतिग्रस्त हो गया। परिजनों ने इस ओर जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है।
लगातार दो दिनों से हो रही बारिश के चलते घोरावल उप जिलाधिकारी राजेश कुमार सिंह एवं तहसीलदार नटवर लाल ने बुधवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में जन धन की हानि के बारे में जानकारी ली। बताया कि 24 घंटे के अंदर नुकसान का आंकलन करके शासन को भेज दिया जाएगा। तहसील प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार एसडीएम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के अंतर्गत झकाही, उचका, किगरीं, बारीमहेवा, रानीतारा, छोटकापुर सहित आधा दर्जन गांव का निरीक्षण किया। एसडीएम राजेश कुमार सिंह ने बताया कि जब तक पानी खेतों से निकल नहीं जाएगा तब तक फसलों के नुकसान की क्षति का आकलन करना संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में कुल 27 मकान की आंशिक क्षति की रिपोर्ट प्रशासन को भेज दी गयी है, जैसे ही बाढ़ का पानी कम होगा राजस्व विभाग की टीम फसलों के क्षति का आंकलन रिपोर्ट तहसील प्रशासन को प्रस्तुत करेगी। टीम में कानूनगो मटरू लाल, लेखपाल अमित कुमार शुक्ला,गौरव सिंह चंदेल, अजय विक्रम देव सिंह आदि शामिल रहे।