एसटीएफ को स्पेशल ठाकुर फोर्स कहने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर एक बार फिर हमला बोला। अखिलेश यादव ने कहा जिन लोगों की जनसंख्या 90 प्रतिशत है, एसटीएफ में उनकी तैनाती केवल दस प्रतिशत है। जबकि जिनकी संख्या दस प्रतिशत है उन्हें 90 प्रतिशत तैनाती दी गई है। अखिलेश यादव ने पूरा आंकड़ा समझाया। अपने सोशल मीडिया एक्स प्लेटफॉर्म पर अखिलेश ने लिखा, ‘सरेआम ठोको फोर्स’ में तैनात लोगों का आँकड़ा बता रहा है कि ये तथाकथित ‘विशेष कार्य बल’ (विकाब) कुछ बलशाली कृपा-प्राप्त लोगों का ‘व्यक्तिगत बल’ बनकर रह गया है।
जो जनसंख्या में 10% हैं, उनको 90% तैनाती और जो जनसंख्या में 90% हैं, उनको 10% तैनाती। इसका मतलब, इस बल के इस्तेमाल किये जाने का कोई खास मक़सद है, जिसके कारण ऐसी तैनाती हुई है। ‘विकाब’ के बारे में यूं भी कहा जा सकता है : बलशालियों द्वारा, बलशालियों के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए लेकिन निर्बलों के ख़िलाफ़। देखिएगा कि इस आँकड़े के सामने आते ही, कैसे अपना मुँह बचाने के लिए शासन-प्रशासन के स्तर पर कॉस्मैटिक उपचार होगा और कुछ उपेक्षित लोगों को दिखावटी पोस्टिंग दी तो जाएगी लेकिन ‘विशेष प्रयोजन की पूर्ति’ के समय, कोई भी बहाना बनाया जाएगा पर साथ नहीं ले जाया जाएगा। ‘विकाब’ वाले विकास कैसे कर सकते हैं? उप्र के लिए ‘विकाब’ विकार है।
अखिलेश ने एसटीएफ का बताया था फुल फॉर्म
यूपी सरकार के बाद अखिलेश यादव ने यूपी एसटीएफ पर भी जोरदार हमला बोला था। उन्होंने एसटीएफ का फुल फॉर्म भी समझाया था। अखिलेश ने कहा था कि यूपी में अब एसटीफ को ‘स्पेशल ठाकुर फोर्स कहा जाने लगा है। भाजपा ने बेइमानी न कराई होती तो सपा-कांग्रेस गठबंधन यूपी में 50 से ज्यादा सीट जीत लेता। जहां तक राम मंदिर में दर्शन करने की बात है, वहां मंदिर निर्माण पूरा हो जाए तो दर्शन करने जरूर जाऊंगा। ये बातें अखिलेश ने दिल्ली में एक टीवी चैनल पर बोली थीं। जाति ढूंढने के सवाल पर अखिलेश बोले थे, सुल्तानपुर में मुख्य अभियुक्त के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई। मुख्यमंत्री जान लें एसटीएफ क्या है? चर्चा तो यही है कि एसटीफ मतलब स्पेशल ठाकुर फोर्स…। फर्जी मुठभेड़ का आरोप लगाते हुए कहा कि कानपुर में गाड़ी पलट गई। क्या जनता इसे स्वीकार करेगी। हमारी जानकारी है कि गाड़ी पलटाई गई। यूपी सरकार को टाप टेन माफिया की सूची जारी करनी चाहिए। असल में गलत नरैटिव बनाने के कारण ही भाजपा हार रही है।