बरेली वन प्रभाग की तीन रेंज के अंतर्गत पांच लोगों को वन्य जीव द्वारा काटकर घायल कर दिया गया। घायल लोगों ने वन्य जीव को भेड़िया बताया है, जबकि सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने पग मार्क देखकर सियार होने का दावा किया है।
बरेली वन प्रभाग की तीन रेंज के अंतर्गत पांच लोगों को वन्य जीव द्वारा काटकर घायल कर दिया गया। घायल लोगों ने वन्य जीव को भेड़िया बताया है, जबकि सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने पग मार्क देखकर सियार होने का दावा किया है। प्रभागीय वन अधिकारी दीक्षा भंडारी ने बताया कि बरेली रेंज के भोजीपुरा स्थित ग्राम लक्ष्मियापुर में चिरंजीव पुत्र सुशांत सरकार को वन्य जीव के काटने की घटना प्रकाश में आयी है। इसी प्रकार नबाबगंज रेंज के अन्तर्गत ग्राम समुआ भानपुर तहसील नबाबगंज बरेली में प्रेम सिंह पुत्र खेमकरण, पुष्पेन्द्र व हुकुम सिंह पुत्र प्रेम सिंह समेत तीन व्यक्तियों को वन्य जीव द्वारा घायल करने की घटना प्रकाश में आयी है।
मीरगंज रेंज के अंतर्गत ग्राम बढ़ेपुरा तहसील मीरगंज बरेली में गुड्डी देवी पत्नी राम प्रसाद को वन्य जीव द्वारा घायल किए जाने की घटना प्रकाश में आयी है। इन तीनों रेंज के अंतर्गत सूचना प्राप्त होने पर वन्यकर्मियों द्वारा गांवों का निरीक्षण किया गया तथा रात्रि गश्त की गई। पूछताछ करने पर ग्रामीणों द्वारा वन्य जीव सियार के द्वारा घायल किया जाना बताया गया। वन्य जीव द्वारा काटे गये चिन्ह को देखा गया। टीमें 24 घंटे क्षेत्र में निगरानी कर रही हैं।
वन विभाग की टीम ने जंगल में पहुंचकर की छानबीन
सूचना पर वन विभाग की टीम मंगलवार को बढ़ेपुरा गांव पहुंची। रेंजर संतोष कुमार, डिप्टी रेंजर मुकेश कुमार, वन दरोगा आनंद कुमार सक्सेना ने गुड्डी से घटना की जानकारी ली। घटना स्थल पर जाकर खेतों में पगचिह्न देखे। खेतों पर मौजूद लोगों से पूछताछ करने के बाद सियार होने की पुष्टि की। वन विभाग की टीम ने ग्रामीण सचेत रहने की सलाह दी। टीम ने कहाकि अफवाह न फैलाएं। ऐसी स्थिति में तुरंत वन विभाग को सूचना दें।
मंदिर-मस्जिदों से सियार के हमले को लेकर किया सतर्क
वन विभाग की टीम ने सियारों के हमलों को लेकर लगातार गांव-गांव जाकर ग्रामीणों को जागरूक कर रही है। मंदिर और मस्जिदों के लाउडस्पीकरों से एनाउंस कर भी लोगों से सावधान रहने को कहा है। उप प्रभागीय वन अधिकारी अपूर्वा पांडेय, क्षेत्रिय वन अधिकारी शीश पाल बिष्ट आदि ने देवकोला, नूरपुर, रम्पुरा आदि गांवों में लोगों को जागरूक किया। रात में न निकलने की सलाह दी, यदि जायें तो डंडेऔरटार्चरखें।
वन विभाग की ओर से जारी की गई एडवाइजरी
डीएफओ दीक्षा भंडारी ने कहा कि किसी भी प्रकार की अफवाह से बचें, वन्य जीव के दिखाई देने पर तत्काल वन विभाग, तहसील, पुलिस से संपर्क करें। रात्रि में घर से अकेले न निकले, आवश्यकता होने पर ग्रुप में ही रात्रि में बाहर जाएं एवं टार्च, डंडा साथ रखें। घर के आस-पास पर्याप्त रोशनी रखें। बुर्जुगों एवं बच्चों को घर से अकेले न निकलने दें। रात्रि में खुले में न सोयें व घर का दरवाजा बंद रखें। खेतों में समूह में जायें। आवाज करते रहें, ताकि जानवर को आपकी उपस्थिति का पता चल सके और वो दूर चला जाये। वन्य जीव कभी भी अनावश्यक रूप से किसी पर हमला नहीं करते।