महराजगंज के फरेंदा स्थित धानी ढाला पर मंगलवार को एक नकली दरोगा सवारी वाहन चालकों पर धौंस जमाकर पैसे की वसूली शुरू कर दिया। यह देख कुछ चालक सकते में आ गए, लेकिन खुलेआम वसूली देख लोगों को शक होने लगा। शक बढ़ने पर लोगों ने दरोगा को घेर लिया। सवालों की बौछार शुरू कर दी। कुछ ही देर में नकली दरोगा की कलई खुल गई। पता चला गया कि केवल वर्दी, स्टार, बेल्ट ही असली है, दरोगा फर्जी है। इसके बाद लोगों ने फर्जी दरोगा की धुनाई शुरू कर दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। फर्जी दरोगा को गिरफ्तार कर थाने पर ले गई, जहां उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई शुरू कर दी गई।
फरेंदा कस्बे के धानी ढाला की यह घटना मंगलवार दोपहर की है। पुलिस की वर्दी में एसआई का डबल स्टार लगाया फर्जी दरोगा टेंपो व अन्य सवारी वाहन चालकों के उपर धौंस जमा कर जबरन वसूली कर रहा था। खुलेआम वसूली देख शक होने के बाद लोगों ने फर्जी दरोगा को दबोच लिया। उसकी पिटाई शुरू कर दी। वीडियो भी बना लिया। कुछ ही देर बाद सोशल मीडिया पर फर्जी दरोगा का वीडियो वायरल होने लगा।
गोरखपुर में रहता है मऊ जिले का मूल निवासी
पूछताछ में फर्जी दरोगा ने अपना नाम विनोद कुमार यादव पुत्र रामदेव यादव बताया। वह ग्राम पांडेयपुर अहिरवाती टोला थाना दोहरीघाट जिला मऊ का मूल निवासी है। गोरखपुर शाहपुर थाना क्षेत्र राप्तीनगर फेज चार गंगा टोला में रहता है। वह खुद को फायरमैन बता रहा था। गिरफ्तारी के बाद फर्जी दरोगा ने अपना मोबाइल नंबर बताया। जिस पर फोन करने पर पता चला कि वह मोबाइल नंबर उसकी पत्नी का है। थानाध्यक्ष प्रशांत पाठक के नेतृत्व में फर्जी दरोगा को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में चौकी इंचार्ज फरेंदा कस्बा एसआई गंगाराम यादव, कांस्टेबल अमित कुमार सिंह, रामबाबू शाह, नवनीत कुमार शामिल रहे।
इस मामले में एसपी सोमेंद्र मीना ने बताया कि फरेंदा क्षेत्र में उत्तर प्रदेश पुलिस (उप निरीक्षक) की पोशाक धारण करने वाला फर्जी दरोगा को गिरफ्तार किया गया है। उसके खिलाफ धारा 205, 352, 351(3) भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज किया गया है। प्रकरण में आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है।