हरदोई में मेडिकल कालेज से संबद्ध जिला अस्पताल में मरीजों को बाहर की दवाइयां लिखी जा रही हैं। इसका खुलासा मंगलवार को उस समय हुआ जब जिले के प्रभारी मंत्री असीम अरुण औचक निरीक्षण करने पहुंच गए।
हरदोई में मेडिकल कालेज से संबद्ध जिला अस्पताल में मरीजों को बाहर की दवाइयां लिखी जा रही हैं। इसका खुलासा मंगलवार को उस समय हुआ जब जिले के प्रभारी मंत्री असीम अरुण औचक निरीक्षण करने पहुंच गए। जनपद भ्रमण के दौरान उन्होंने जिला अस्पताल में रक्तदान का शुभारंभ किया था। इसके बाद स्वास्थ्य सेवाएं चौपट होने की जानकारी मिलने पर दोबारा हकीकत जांचने पहुंच गए। सामने आया तो वे काफी नाराज हुए। प्राचार्य आर्य देशदीपक और सीएमएस डा. जेके वर्मा को तलब कर नाराजगी जताई। सुधार कराने के निर्देश दिए। वहीं डीएम को जांच कर दोषियों को दंडित कराने की जिम्मेदारी सौंपी।
जिला अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड, बच्चों के पीकू वार्ड व अन्य सेवाओं का निरीक्षण किया। जिन मरीजों का उपचार चल रहा है उनसे और तीमारदारों से बात की। पीकू वार्ड में 12 दिन से 11 मरीजों को बाहर की दवाई लिखी जा रही हैं। विटमिन्स, कैल्शियम जैसे सीरप लिखे गए हैं। अल्ट्रासाउण्ड बाहर के बाजार से कराया गया है। यह बहुत गंभीर स्थिति है।
इसके संबंध में जिलाधिकारी से कहा है कि तीन घंटे के अंदर पूरा रिकार्ड इकट्ठा किया जाए। फिर पूरी जांच हो। उन्होंने कहा कि इस संबंध में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से बात करेंगे। जो डाक्टर गड़बड़ी कर रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई हो। जो दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। व्यवस्था को सुधारना है। नई बिल्डिंग तैयार है। उसे जल्द पूरा करा दें ताकि वहां शिप्ट कर दें।
डाक्टरों की कमी परी कर दें। ताकि सही से इलाज हो। जो पेशेंट का इलाज होना है वह कमरे में बेड पर होगा। किसी भी तरह गड़बडी भ्रष्टाचार करने का अवसर नहीं छोड़ा जाएगा। प्राइवेट दुकानों से दवाइयां बार-बार सबको लिखी जा रही हैं जो जिला अस्पताल में उपलब्ध हैं। सरकार प्रबंध करा रही है। पर्चे देखेंगे। दुकानों का परीक्षण करेंगे। मजबूत लिखापढ़ी कर पुख्ता कार्रवाई होगी।