अखिलेश यादव ने कहा कि जनता बेहाल है और सरकार अपने कार्यों में मस्त है। प्रदेश के दर्जनों जिलों के सैकड़ों गांव बाढ़ और भारी बरसात से प्रभावित हैं तथा जनजीवन तबाह है।
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्य सरकार पर बाढ़ से घिरे सैकड़ों गांवों के लोगों की परेशानियों के प्रति लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए सोमवार को कहा कि जनता बेहाल है और सरकार अपने कार्यों में मस्त है। अखिलेश ने यहां एक बयान में कहा कि प्रदेश के दर्जनों जिलों के सैकड़ों गांव बाढ़ और भारी बरसात से प्रभावित हैं तथा जनजीवन तबाह है। उन्होंने कहा कि बाढ़ से किसानों की खेती, घर आदि बर्बाद हो गये हैं तथा कई लोगों की जानें चली गयीं हैं, लेकिन सरकार पूरी तरह से लापरवाह बनी हुई है।
यादव ने आरोप लगाया कि जनता बेहाल है तथा सरकार और अधिकारी अपने ही कामों में “मस्त” हैं तथा सरकार को जनता की परेशानियों से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सीतापुर, अयोध्या, बहराइच, गोण्डा व बाराबंकी जिलों में नदियां उफान पर हैं। सैकड़ों गांव बाढ़ की चपेट में है। गांवों और घरों में पानी घुस गया है। सरकार पूरी तरह अकर्मण्य बनी हुई है। आम जनता एक तरफ बाढ़ के पानी से संकट में है तो दूसरी तरफ जंगली जानवरों से दहशत में है।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि तराई इलाकों में भेड़ियों और अन्य जंगली जानवर आम लोगों की जान ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर और पीलीभीत में जंगली जानवर दर्जनों ग्रामीणों और बच्चों पर हमला करके उन्हें मार चुके हैं। समाजवादी पार्टी पिछले एक साल से ज्यादा समय से इस मुद्दे को उठा रही है, लेकिन सरकार ने कोई कार्यवाही नहीं की। लोगों का जीना दुश्वार हो गया है।
यादव ने दावा किया कि सरकार के मंत्रियों की फौज और प्रशासन तंत्र जनता की परेशानियों को दूर करने के बजाय सत्ता का दुरूपयोग करने में लगा है। सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि पीड़ित लोगों को कोई मदद नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों प्रदेश के विभिन्न जिलों में हुई भारी बारिश से कई लोगों की मौत हो गयी लेकिन सरकार पीड़ितों के पास तक नहीं पहुंची और न ही उनकी कोई मदद की।