रामकुमार रामनाथन और एन श्रीराम बालाजी टुकड़ों में ही अच्छा प्रदर्शन कर पाए तथा पुरुष युगल के करो या मरो मैच में हार गए जबकि सिद्धार्थ विश्वकर्मा भी पहले उलट एकल में कोई कमाल नहीं दिखा पाए जिससे स्वीडन ने भारत के खिलाफ रविवार को डेविस कप विश्व ग्रुप एक के इस मुकाबले में 4-0 की अजेय बढ़त हासिल की। भारत शनिवार को दोनों एकल मैच हार गया था और मुकाबले में बने रहने के लिए उसे पुरुष युगल में जीत की जरूरत थी, लेकिन रामकुमार और बालाजी एक घंटे और 19 मिनट तक चले मैच में आंद्रे गोरानसन और फिलिप बर्गेवी से 3-6, 4-6 से हार गए।
इस तरह से भारत का स्वीडन के खिलाफ डेविस कप में निराशाजनक प्रदर्शन जारी रहा। यह उसकी स्वीडन के हाथों छठी हार है। इससे उलट एकल के मैच औपचारिक बन गए थे लेकिन कप्तान रोहित राजपाल ने पूर्व राष्ट्रीय चैंपियन सिद्धार्थ को आजमाने का फैसला किया। भारत की तरफ से डेविस कप में पदार्पण कर रहे सिद्धार्थ कोई कमाल नहीं दिखा पाए और इलियास यामेर से 2-6, 2-6 से हार गए। भारत के पास स्वीडन को हराने का यह सर्वश्रेष्ठ अवसर था क्योंकि मेजबान देश ने अपनी कमजोर टीम को उतारा था। भारतीय टीम हालांकि इसका फायदा नहीं उठा पाई।
भारत विश्व ग्रुप एक में अपनी जगह बनाए रखने के लिए अगले साल प्लेऑफ में खेलेगा। भारतीय जोड़ी को पहले सेट के तीसरे गेम में गोरानसन की सर्विस तोड़ने का मौका मिला। बालाजी और रामकुमार ने ब्रेकप्वाइंट अर्जित करने के लिए लगातार चार अंक हासिल किए लेकिन घरेलू टीम ने खतरा टाल दिया। अगले गेम में रामकुमार की सर्विस टूट गई और बर्गेवी ने अपनी सर्विस बचाए रखी जिससे स्वीडन में 5-2 की मजबूत बढ़त बना ली। इसके बाद स्वीडन की जोड़ी को पहला सेट जीतने में किसी तरह की परेशानी नहीं हुई।
दूसरे सेट में रामकुमार ने अच्छी शुरुआत की जबकि बर्गेवी ने दो डबल फॉल्ट किए। भारतीय जोड़ी इसका फायदा उठाने के लिए बेताब दिखी लेकिन स्वीडन की टीम ने यह खतरा भी टाल दिया। इसके अगले गेम में बालाजी अपनी सर्विस गंवाने के करीब पहुंच गए थे लेकिन भारतीय जोड़ी ने आखिर में यह गेम बचा दिया। बालाजी हालांकि सातवें गेम में चले संघर्ष पूर्ण मुकाबले में अपनी सर्विस नहीं बचा पाए जिससे स्वीडन की जोड़ी ने बढ़त हासिल कर दी और इसे आखिर तक बरकरार रखते हुए 10वें गेम में मैच अपने नाम कर दिया।