गोरावल में महाविघ्नेश्वर पूजा समिति द्वारा भगवान गणेश, माता महालक्ष्मी और मां सरस्वती की भव्य प्रतिमा शुक्रवार को स्थापित की गई। यह पूजा 17 सितंबर तक चलेगी। कार्यक्रम में प्रतिदिन आरती का आयोजन होगा,…
घोरावल, हिन्दुस्तान संवाददाता। महाविघ्नेश्वर पूजा समिति के तत्वावधान में घोरावल के रामेश्वर रामलीला मंच पर भगवान गणेश, माता महालक्ष्मी और मां सरस्वती की भव्य प्रतिमा शुक्रवार को स्थापित कर पूजन शुरू हो गया, जो 17 सितंबर तक चलेगा।
शुक्रवार को पंडित कमलेश मिश्रा व रवि प्रकाश चौबे के आचार्यत्व में मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की गई। पंडाल में मूर्ति स्थापित हो गई। कार्यक्रम के प्रथम दिन की आरती रात आठ बजे है। इसके बाद प्रत्येक दिन सुबह के नौ बजे और देर शाम साढ़े सात बजे आरती का समय सुनिश्चित किया गया है। नगर बड़े ही आकर्षक ढंग से जगमग झालरों से सजा पटा है। समिति के अध्यक्ष व विहिप के विभाग मंत्री राजीव कुमार ने सभी श्रद्धालुओं को पूजन में शामिल होने की अपील की है। बताया कि शुक्रवार को प्राण प्रतिष्ठा के साथ पंडाल मे भगवान गणेश, महालक्ष्मी महा सरस्वती की मूर्ति स्थापित कर दी गई है। बताया कि नगर में गणपति बप्पा की पूजा अर्चना का आयोजन शुक्रवार से शुरू किया जा रहा है। श्रीरामेश्वर रामलीला मंच पर शुक्रवार से श्रीगणेश, महालक्ष्मी, मां सरस्वती की भव्य प्रतिमा आकर्षक सजावट के साथ स्थापित कर पूजा अर्चना की जा रही है। प्रथम दिन मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा एवं हनुमान चालीसा, दूसरे दिन बजरंग बाण, तीसरे दिन सुंदरकांड, 16 सितंबर को पूर्णाहुति व भव्य भक्तिमय देवी जागरण, झांकी दर्शन का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। 17 सितंबर को दोपहर 12 बजे से दो बजे तक सभा और उसके बाद झांकी शोभायात्रा निकाली जाएगी। उसी दिन श्रीगणेश, माता महालक्ष्मी व मां सरस्वती की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। नगर में भव्य झांकी के साथ प्रतिमा भ्रमण कराकर प्रसाद वितरण के साथ ऐतिहासिक कड़िया के तालाब में प्रतिमा विसर्जित की जाएगी।