आगरा में भारी बारिश का कहर ऐतिहासिक इमारतों पर भी दिखाई दिया है। ताजमहल के मुख्य गुंबद से गुरुवार को पानी टपकने लगा। इसकी जानकारी मिलने पर अधीक्षण पुरातत्वविद ने कर्मचारियों को निगरानी के लिए लगा दिया है।
आगरा में भारी बारिश का कहर ऐतिहासिक इमारतों पर भी दिखाई दिया है। ताजमहल के मुख्य गुंबद से गुरुवार को पानी टपकने लगा। इसकी जानकारी मिलने पर अधीक्षण पुरातत्वविद ने कर्मचारियों को निगरानी के लिए लगा दिया है। ये देखा जा रहा है कि ये पानी किसी पत्थर के क्रेक होने के कारण टपका या फिर नमी के कारण ऐसा हो रहा है। वहीं बेबी ताज और फतेहपुरसीकरी में दीवार गिर गईं। आगरा सर्किल के स्मारकों में भारी नुकसान हुआ है। विभाग नुकसान का आकलन करने में जुटा है।
ताजमहल में दोपहर लगभग तीन बजे मुख्य गुंबद से पानी टपकने के कारण कुछ बूंदें शाहजहां, मुमताज की मजारों पर आकर गिरीं। इसकी सूचना तत्काल अधीक्षण पुरातत्वविद डॉ. राजकुमार पटेल को दी गई। उन्होंने मौके पर विभागीय अधिकारियों को भेजा। चेक कराया कि पानी की बूंदें किस वजह से गिरी हैं। पटेल ने बताया कि लगातार बारिश होने के कारण पत्थरों में नमी आ जाने के कारण पानी बूंदों के रूप में गिरा है। जालियों की तरफ से पानी की बौछारें अंदर की ओर आ गईं। उन्होंने बताया कि टीम द्वारा मुख्य गुंबद की निगरानी की जा रही है कि क्या पानी की बूंदे लगातार गिर रहीं हैं या फिर जब कभी गिरती हैं। उसी के अनुसार उसका ट्रीटमेंट कराया जाएगा।
उन्होंने बताया कि एत्मादुद्दौला के बेबीताज में दक्षिण की तरफ की दीवर गिर गई है। फतेहपुरसीकरी में एक 15/16 मीटर की चारदीवारी भी गिर गई। सोरों में सीताराम मंदिर की चारदीवारी गिर गई है। उन्होंने बताया कि लगातार बारिश के कारण भारी नुकसान हुआ है। ऐसा कोई स्मारक नहीं है जहां पेड़ न गिरे हों। पत्थर के टुकड़े भी कहीं-कहीं गिरे हैं।
उन्होंने बताया कि उन्होंने भी स्मारकों का निरीक्षण किया। साथ ही इसके लिए टीमें भी लगा दी गईं हैं। नुकसान का आकलन कराया रहा है। उन्होंने बताया कि रामबाग में भी थोड़ा बहुत नुकसान हुआ है। आगरा किला में हवा महल के दालान में पानी की बूंदे गिरती दिखीं। यहां भी नीम का एक पेड़ गिर गया।
एएसआई दफ्तर में पेड़ गिरा, दीवार में आई दरार
माल रोड स्थिति भारतीय पुरातत्व विभाग के कार्यालय में खड़ा एक पेड़ गिर गया। इसके कारण एक दीवार में दरारें भी आ गईं हैं। अधीक्षण पुरातत्वविद के कक्ष के अलावा कुछ अन्य कक्षों में भी पानी टपकने से भर गया।
ताज का गार्डन बन गया तालाब
ताजमहल का गार्डन भी तालाब में तब्दील हो गया है। दो से ढाई फीट तक पानी भर गया है। रेड सैंड स्टोन प्लेटफार्म के पास स्थित इन गार्डन में भरा पानी इससे पहले कभी भी नहीं देखा गया। पर्यटक यहां रील भी बना रहे हैं।
ताज, किले में कम पहुंचे पर्यटक
ताजमहल में गुरुवार को 14002 पर्यटक दीदार करने के लिए पहुंचे। इनमें 12282 भारतीय, 1578 विदेशी, 137 सार्क और पांच पर्यटक बिम्सटेक देशों के थे। आगरा किला का 1954 पर्यटकों ने ही दीदार किया।