उपचुनाव और मिशन 2027 को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार की शाम को मंत्रिमंडल का बैठक बुलाई। बैठक में सीएम योगी ने सभी मंत्रियों को जीत का मंत्र दिया है। सीएम योगी ने सभी मंत्रियों के प्रभार वाले जिले बदलते हुए कहा कि अब प्रभारी मंत्री फील्ड में उतरें और विकास के कामों को खुद देखें। जनसमस्याओं का समाधान कराएं। गांवों में रात्रि निवास कर जनता से संवाद करें। उन्होंने कहा कि हमें सभी उपचुनाव वाली सीटें जीतना है। मुख्यमंत्री ने सुशासन पर जोर देते हुए कहा कि मंत्री जनता से जुड़कर उनके दु:ख-सुख के सहभागी बनें। मोदी सरकार व यूपी सरकार की योजनाओं को जनता के बीच ले जाना है। बैठक में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य मौजूद नहीं थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काफी समय बाद गुरुवार को अपने आवास पर मंत्रिमंडल की बैठक ली और मंत्रियों से सीधा संवाद किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी मंत्री अपने नए प्रभार वाले जिले में एक दिन रुकें। वहां रात्रि निवास करें। वहां जाकर यह सुनिश्चित करें कि केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ लोगों को मिल रहा है कि नहीं। संगठन और प्रशासन के लोगों के साथ भी बैठकें करनी हैं। समन्वय बनाना है। बैठक में मौजूद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने सभी मंत्रियों से भाजपा के सदस्यता अभियान को अपने प्रभार वाले जिलों में गति देने पर जोर देते हुए कहा कि लगातार संगठन के लोगों संग चर्चा करते रहें। भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने बूथ स्तर तक की गई संगठनात्मक तैयारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने उपचुनाव वाली सीटों पर लगाए गए मंत्रियों से भी फीडबैक लिया। उपचुनाव वाली विधानसभाओं में पार्टी के विभिन्न मोर्चों द्वारा सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।
मंत्रियों को दी गई कई तरह की जिम्मेदारी
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 17 सितंबर को प्रधानमंत्री के जन्मदिन से गांधी जयंती 2 अक्तूबर के बीच सेवा पखवाड़ा में स्वच्छता, रक्तदान, चिकित्सा शिविर होंगे। इनमें मंत्रियों से मौजूद रह कर मॉनीटरिंग करनी है। हर प्रभारी मंत्री हर माह अपने प्रभार के जिले में दौरा करेंगे। केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए तंत्र विकसित करेंगे। शासन से संबंधित मुद्दों को प्रभारी मंत्री कोर कमेटी से चर्चा करके प्रत्येक माह शासन में संबंधित विभाग व मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने विस्तृत रिपोर्ट तैयार करके प्रस्तुत करेंगे। मंत्री अपने दौरे की रिपोर्ट हर महीने मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजेंगे। जिले के प्रभारी मंत्री के रूप में हर मंत्री प्रत्येक माह में कम से कम एक बार 24 घंटे के लिए अपने प्रभारी जनपद में प्रवास करेंगे। जिले के प्रबुद्ध नागरिक, धर्माचार्यों, प्रगतिशील किसानों, व्यापारिक संगठनों सहित सामाजिक नेताओं के समूहों के साथ प्रत्येक प्रवास में किसी एक के साथ बैठक अवश्य होनी चाहिए।
संगठन को साथ लेकर चलें मंत्री
मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों को आपसी समन्वय और संगठन को साथ लेकर चलने का आग्रह किया है। सरकार की लोक-कल्याण की नीतियों और योजनाओं को जनता तक ले जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के जन्मदिवस 17 सितंबर को स्वच्छता महाभियान का शुभारंभ होगा। इस दिन मंत्री अपने अपने जिलों में रहेंगे। स्वच्छता के इस अभियान को जनांदोलन बनाने के लिए लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा।