अयोध्या की श्रीराम जन्मभूमि में राम मंदिर निर्माण के लिए तीर्थ क्षेत्र की ओर से 15 जनवरी से 27 फरवरी 2021 के बीच करीब 42 दिनों तक चलाए देशव्यापी निधि समर्पण अभियान में कुल 2836 करोड़ 79 लाख की धनराशि का समर्पण राम भक्तों की ओर से किया गया। यह आंकड़ा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की बोर्ड आफ ट्रस्टीज की बैठक में 22 अगस्त,24 को वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में प्रस्तुत किया गया। यही रिपोर्ट श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से आयकर रिटर्न में भी दाखिल की गई है। तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपत राय ने इसी आंकड़े को सार्वजनिक कर दिया।
इसके साथ ही तीर्थ क्षेत्र महासचिव ने यह भी दावा किया कि राम मंदिर के साथ श्रीरामजन्म भूमि परिसर में निर्माणाधीन कार्यों के जरिए जीएसटी (सेवा कर) के रूप में केंद्र व प्रदेश सरकारों को चार सौ करोड़ की धनराशि प्राप्त होगी। तीर्थ क्षेत्र टैक्स की शत-प्रतिशत राशि जमा करेगा। तीर्थ क्षेत्र महासचिव ने यह दावा सम्पूर्ण राम मंदिर निर्माण पर होने वाले व्यय के अनुमान के आधार पर किया।
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2023-24 के बजट के तुलनात्मक अध्ययन में बताया गया कि एक अप्रैल 2023 से 31 मार्च,24 के मध्य कुल आय 363 .34 करोड़ रही जबकि वित्तीय वर्ष 2022-23 में यह आय 208.97 करोड़ थी। इसी तरह वित्तीय वर्ष 2023-24 में कुल व्यय 922.62 रही जबकि 2022-23 में कुल व्यय 386. 91 करोड़ थी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के बजट के मुताबिक बीते वित्तीय वर्ष 2023-24 में कुल व्यय 1588.86 करोड़ रहा।
अप्रैल से जुलाई 2024 तक दान के जरिए मिले करीब 56 करोड़
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने अप्रैल से जुलाई 2024 के मध्य अलग-अलग माध्यमों से प्राप्त दान का भी विवरण प्रस्तुत किया। इसके अनुसार चार महीने में तीर्थ क्षेत्र को कुल 55.72 करोड़ की राशि प्राप्त हुई। इसके अलावा इस धनराशि पर 7.54 करोड़ का ब्याज भी बैंक से प्राप्त हुआ। तीर्थ क्षेत्र के काउंटर से 9.87 करोड़, दान पात्र से 39.73 करोड़, बैंकों को सीधे भुगतान से 5.96 करोड़ व एफसीआरए खाते में भी 0.16 करोड़ की धनराशिप्राप्तहुई।