चोपन। हिन्दुस्तान संवाद ब्रेकयान में पानी, शौचालय और बैठने की व्यवस्था न होने से आक्रोशित रेलवे के गार्डों ने बुधवार को चोपन रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन किया। उन्होंने लाइन बाक्स के बदले ट्राली बैग दिए जाने के फरमान को वापस लिए जाने की मांग की।
इस दौरान उन्होंने कहा कि ब्रेक यान में न पानी की व्यवस्था है और न ही शौचालय की। बैठने के लिए कुर्सी भी नहीं है। बैठने के नाम पर एक लोहे की चादर की टूल रहता हैं, वो भी कई ब्रेकयान में टुटी हुई होती हैं। इस स्थिति में हम गार्ड लोग अपने बॉक्स पर बैठकर ड्यूटी करते है। सभी स्टेशनों की लंबाई की दुगनी गुड्स ट्रेन होती हैं। सभी बोगियों के पीछे ब्रेकयान होता हैं। गुड्स ट्रेन के गार्डो को रेलवे लाइन के गिट्टियों से होते हुए ब्रेकयान तक का सफर तय करना पड़ता हैं। ऐसे एक अपना मूलभूत सुविधाओं का बैग और दूसरे ट्रॉली बैग को ब्रेकयान तक ले जाना कितना कठिन हैं। गार्ड्स काउंसिल के मण्डल कार्यकारी अध्यक्ष विजय कुमार मिश्रा ने बताया कि हम लोग रेलवे के आधुनिकीकरण के खिलाफ नही हैं। लाइन बॉक्स में गाड़ी प्रबंधक अपना ब्यक्तिगत सामान नही रखता हैं बल्कि सुरक्षित एव संरक्षित परिचालन को परिचालित करने के लिए गाड़ी प्रबन्धकों आवश्यक उपकरण की पेटी हैं। अगर कुछ बदलाव करना ही हैं तो एसएलआर/ ब्रेकयान में इनबिल्ट बॉक्स उपलब्ध कराए और सभी मूलभूत सुविधाओं से सुसज्जित हो। चेतावनी दी कि हमारी मांगे नही मानी गई तो ऑल इंडिया गार्ड काउंसिल के नेतृत्व में आंदोलन को आगे बढ़ाने से पीछे नही हटेंगे।