यूपी के लखीमपुर खीरी में बाघों का हमला का मामला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। अब नया मामला दक्षिण खीर से सामने आया है। जहां महेशपुर वन रेंज में बुधवार दोपहर गन्ने के खेत में गए एक युवक को बाघ में हमला कर अपना निवाला बना लिया। इस क्षेत्र में 15 दिन के अंदर बाघ का यह दूसरा हमला है। सूचना पाकर वन विभाग और पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। उधर इस हमले से ग्रामीणों में जबरदस्त गुस्सा है। वे वन विभाग पर ऑपरेशन टाइगर में लगातार लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे हैं।
खास बात यह है कि बुधवार की दोपहर उस क्षेत्र में बाघ में हमला किया है, जहां पिछले 13 दिनों से ऑपरेशन टाइगर का अभियान चल रहा है। गांव मूड़ा अस्सी निवासी 40 वर्षीय जाकिर बुधवार को गाने के खेत की पत्ती बांधने के लिए गया था, तभी अचानक खेत में बैठे हुए बाघ ने उसे पर हमला कर दिया। जाकिर के साथ खेत में काम कर रहे बाकी साथी भाग कर आए और उन्होंने इसकी सूचना गांव में दी। गांव वालों ने जब उसकी तलाश की तो बिखरा हुआ खून मिला। इसके बाद करीब एक घंटे तक उसके शव की तलाश की गई।
12 दिन बाद भी हाथ नहीं लगा बाघ
ऑपरेशन टाइगर के 12 दिन बाद भी वन विभाग के हाथ कोई बड़ी सफलता नहीं लगी। 27 अगस्त के बाद से बाघ का यह दूसरा हमला था। इससे पहले वन विभाग उम्मीद थी कि 12 दिनों से बाघ न न किसी पर हमला किया है और न ही किसी जानवर को शिकार बनाया है ऐसे वन भूखा होगा और खेतों से बाहर आ सकता है। हालांकि उनका अनुमान सही हुआ लेकिन साथ ही बाघ ने एक युवक को निवाला भी बना लिया। इससे बाघ को पकड़ने के उम्मीदों पर एक बार फिर पानी फिर गया है।