RSMSSB Rajasthan Pashu Paricharak Exam Syllabus : राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने पशु परिचर सीधी भर्ती 2023 परीक्षा का विस्तृत सिलेबस जारी कर दिया है। पशु परिचर के 5934 पदों पर भर्ती के लिए 17 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। यानी राजस्थान परिचर भर्ती में एक पद के करीब 286 अभ्यर्थी दावेदार होंगे। ये लाखों अभ्यर्थी बीते कई महीनों से विस्तृत सिलेबस की मांग कर रहे थे। परीक्षा में 150 अंक के 150 प्रश्न पूछे जाएंगे। पेपर तीन घंटे का होगा। सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ प्रकार के होंगे। नेगेटिव मार्किंग होगी। हर गलत उत्तर के लिए चौथाई अंक कटेगा। पेपर का लेवल 10वीं स्तर का होगा। कम से कम 40 फीसदी अंक लाना अनिवार्य होगा। हर प्रश्न एक नंबर का होगा। वैकेंसी में गैर अनुसूचित क्षेत्र के 5281 तथा अनुसूचित क्षेत्र के 653 पद हैं। राजस्थान पशु परिचर भर्ती परीक्षा 15, 16, 17 और 18 दिसंबर 2024 को आयोजित होगी।
विस्तृत सिलेबस इस प्रकार है
1. राजस्थान भूगोल का सिलेबस
स्थिति
भौतिक विज्ञान और भौतिक विभाजन
प्राकृतिक वनस्पति और वन संरक्षण
जल संसाधन
जल निकासी प्रणाली और झीलें
प्रमुख सिंचाई परियोजनाएँ
जनसंख्या-आकार
लिंग अनुपात और साक्षरता
परिवहन और राज्य सड़क आदि
2. राजस्थान का इतिहास, कला और संस्कृति
ऐतिहासिक घटनाएं
स्वतंत्रता आन्दोलन
महत्वपूर्ण व्यक्तित्व
भाषा एवं साहित्य
संस्कृति एवं सामाजिक जीवन
वाद्य यंत्र
लोक देवता
लोक साहित्य
मेले और त्यौहार
लोक कलाएं
वास्तुकला
लोक संगीत
पर्यटन स्थल व स्मारक
ऐतिहासिक व सांस्कृतिक दृष्टि से हस्तियां।
3. सामान्य विज्ञान
भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तन
धातु, अधातु एवं प्रमुख यौगिक
प्रकाश का परावर्तन एवं नियम
आनुवांशिकी से संबंधित सामान्य शब्दावली
मानव शरीर संरचना, अंग तंत्र
प्रमुख मानव रोग, कारक एवं निदान, अपशिष्ट प्रबंधन
4. करेंट अफेयर्स
राजस्थान राज्यस्तरीय, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय महत्व की प्रमुख समसामयिक घटनाएं एवं मुद्दे
वर्तमान में चर्चित व्यक्ति एवं स्थान
खेल एवं खेलकूद संबंधी गतिविधियां
5. गणित
महत्तम समापवर्तक एवं लघुत्तम समापवर्तय
साधारण ब्याज
चक्रवृद्धि ब्याज
अनुपात-समानुपात
6. पशुपालन
– जन्तुओ में जनन, पाचन, श्वसन, प्रमुख रोग, विशेषताऐं एवं आवास, संरक्षण इत्यादि ।
– पशु उत्पादकों का पोषक मान, पशु-कृषि, कुककुट पालन इत्यादि ।
– आधुनिक विश्व में चरवाहे इत्यादि ।
– वन्य प्राणी, उनका जीवन तथा वन्य जीव संसाधन इत्यादि ।