सोनभद्र, संवाददाता, जिलाधिकारी बीएन सिंह ने सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय की बैठक की। आयुष्मान कार्ड योजना के अंतर्गत चिन्हित अस्पतालों का नियमानुसार निरीक्षण न किए जाने पर आयुष्मान प्रभारी व डाक्टर का वेतन रोकने का निर्देश सीएमओ को दिया। वहीं अनटाइड फंड की कार्ययोजना प्रस्तुत न करने पर घोरावल व चोपन सीएचसी के प्रभारी को छोड़कर सभी को स्पष्टीकरण जारी करने का निर्देश दिया।
डीएम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा अश्वनी कुमार एवं मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा सुरेश सिंह को निर्देशित करते हुए कहा कि जिला संयुक्त चिकित्सालय में इमरजेंसी में तैनात डॉक्टरों की सूची रोस्टर के अनुसार लगाई जाए। जांच एक्स-रे से संबंधित लगने वाले शुल्क की भी सूची लगाई जाए, जिससे अस्पताल में आने वाले मरीज को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर अनटाईड फंड खर्च का विवरण और कार्य योजना के संबंध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक से जानकारी ली तो कार्य योजना संबंधित पत्रावली घोरावल व चोपन सामुदायिक स्वास्थ्य के प्रभारी द्वारा ही प्रस्तुत की गई, अन्य केंद्र के प्रभारी द्वारा कोई कार्य योजना प्रस्तुत नहीं की गई। इस पर उन्होंने घोरावल और चोपन सीएचसी प्रभारी को छोड़कर बाकी सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी को स्पष्टीकरण जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने आयुष्मान कार्ड योजना के अंतर्गत जिले के चिन्हित 19 प्राइवेट चिकित्सालयों के निरीक्षण के संबंध में संबंधित प्रभारी अधिकारी व डॉक्टर से जानकारी प्राप्त की तो वह अस्पताल के निरीक्षण के सम्बन्ध में संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके। इस पर डीएम ने सीएमओ को आयुष्मान कार्ड योजना के प्रभारी और डॉक्टर का वेतन रोकने का निर्देश दिया। डीएम ने सीएचसी के प्रभारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाये कि डिलेवरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र व सब सेन्टरों पर ही हो, जिससे कि प्रसव के दौरान महिलाओं को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने सीएमओ व डीपीएम को निर्देशित करते हुए कहा कि सीएचसी, पीएचसी व सब सेंटरों पर मानक के अनुरूप एएनएम की तैनाती सुनिश्चित की जाये, जिन सब सेन्टरों पर पानी, बिजली आदि से सम्बन्धित समस्या हो, उसका शीघ्र ही निराकरण कराया जाये। उन्होंने निर्माण कार्यों के प्रगति की निगरानी रोस्टर बनाकर प्रगति की जॉच सभी डिप्टी सीएमओं के माध्यम से जांच कराने का निर्देश सीएमओ को दिया। डीएम ने जननी सुरक्षा योजना के लाभार्थियों का शत प्रतिशत भुगतान कराने, आरबीएसके टीम के नियमित भ्रमण कार्यों की मानटरिंग कराने का निर्देश भी दिया। उन्होंने कहा कि क्षय/ टीवी रोग से ग्रसित बच्चों के गोद लेने की कार्यवाही डॉक्टर व जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा भी की जाए और इसकी बेहतर ढंग से मॉनिटरिंग की जाए जिससे कि जनपद को क्षय रोग से मुक्त बनाया जा सके। इस मौके पर सीडीओ सौरभ गंगवार, जिला कार्यक्रम अधिकारी विनीत सिंह, जिला कृषि अधिकारी डॉ हरेकृष्ण मिश्र, सीएमएस डॉ एसएस पाण्डेय आदि मौजूद रहे।