यूपी के पीलीभीत जिले में मजदूरी पर खेत की रखवाली के दौरान बंदर भगा रहे ग्रामीण को बाघ उठा ले गया। फिर जंगल में खींचकर मार डाला। मौके पर मौजूद किसान की सूचना पर सैकड़ों ग्रामीण पहुंच गए। नाराज ग्रामीणों ने अधखाया शव जंगल से निकाल कर सड़क पर रखकर घंटों जाम लगाकर हंगामा काटा। सूचना पर पहुंचे अफसरों ने समझाकर जाम खुलवाया। शव पोस्टमार्टम को भेजा गया है।
कलीनगर तहसील क्षेत्र के गांव बांसखेड़ा निवासी केदारी लाल 60 पुत्र होरीलाल चकपुर के एक सिख फार्मर के माला रेंज से सटे खेत की रखवाली करते हैं। सोमवार सुबह दस बजे वह खाना खाकर खेत पर पहुंच गए। धान की फसल को नुकसान पहुंचा रहे बंदरों को भगाने के दौरान वह नहर पटरी पर पहुंच गए। तभी बाघ ने ग्रामीण पर हमला कर जंगल में खींचकर मार डाला। दूसरे खेत की रखबाली कर रहे पड़ोस के गांव ढकिया निवासी उधम सिंह यह मंजर देख घबरा गए। शोर मचाते हुए उन्होंने गांव पहुंचकर पूरी घटना बताई। सैकड़ों ग्रामीणों ने घटना स्थल पर पहुंचकर हंगामा काटा।
ग्रामीणों के मुताबिक जंगल के सौ से डेढ़ सौ मीटर अंदर अधखाया शव मिला। नाराज लोगों ने माधोटांडा पीलीभीत मार्ग पर मथना बैरियर वन चौकी के पास ट्राली में शव रखकर जाम लगा दिया। लगभग 3:30 घंटे जाम लगने से सड़क पर वाहनों के पहिए थम गए। सूचना पर पूरनपुर एसडीएम राजेश कुमार शुक्ला, पीटीआर के एसडीओ रमेश चंद्र चौहान, सामाजिक वानिकी के एसडीओ अंजनी कुमार, सीओ पूरनपुर विशाल चौधरी, तहसीलदार कलीनगर हबीब उर रहमान अंसारी सहित कई अफसर पहुंच गए। तार फेंसिंग और मुआवजा देने की बात पर समझा-बुझाकर जाम खुलवाया गया। इसके बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेजा। प्रभागीय वनाधिकारी मनीष सिंह ने बताया बाघ के हमले से ग्रामीण की मौत हुई है। जांच में पता चला है कि घटना जंगल के अंदर की है। हालांकि अभी कई तथ्यों पर और भी जांच कर रहे हैं।