पेरिस पैरालंपिक के सातवें दिन भारत को सचिन खिलारी ने पहला पदक दिलाया। सचिन सर्जेराव खिलारी ने पुरुषों के शॉट पुट (F46) में सिल्वर मेडल जीता। 34 वर्ष के खिलाड़ी ने दूसरे प्रयास में सर्वश्रेष्ठ थ्रो फेंका। उन्होंने मई में जापान में विश्व पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था। सचिन के इस मेडल के साथ ही भारत के पदकों की संख्या 21 पहुंच गई है। पेरिस पैरालंपिक में भारत अब तक 3 गोल्ड, 7 सिल्वर और 11 ब्रॉन्ज मेडल जीत चुका है। इस स्पर्धा में अन्य दो भारतीय मोहम्मद यासर और रोहित कुमार क्रमशः 8वें और 9वें स्थान पर रहे।
पैरालंपिक में पुरुषों की शॉटपुट (एफ46) स्पर्धा के फाइनल में सचिन सरजेराव खिलारी ने अपने दूसरे प्रयास में 16.32 मीटर का थ्रो किया और रजत पदक अपने नाम किया। कनाडा के ग्रेग स्टीवर्ट ने इस इवेट में गोल्ड जीता। उन्होंने 16.38 मीटर का थ्रो किया। क्रोएशिया के बाकोविक लुका ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। उन्होंने 16.27 मीटर का थ्रो किया। सचिन का रजत पदक पेरिस पैरालंपिक में एथलेटिक्स में भारत का 11वां मेडल है। उन्होंने चीन में एशियाई पैरा खेलों में स्वर्ण पदक जीता था।
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एफ46 श्रेणी में वे खिलाड़ी होते हैं जिनकी भुजाओं में कमजोरी है, मांसपेशियों की शक्ति क्षीण है या भुजाओं में निष्क्रिय गति की सीमा क्षीण है। ऐसे एथलीट खड़े होकर प्रतिस्पर्धा करते हैं।