यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के संसदीय क्षेत्र मैनपुरी पहुंचे। इस दौरान सीएम योगी ने अखिलेश यादव पर एक के बाद एक कई हमले किए। यहां तक कहा कि सपा के डीएनए में अराजकता और गुंडागर्दी पैबस्त है। इनके शासन में हर नौकरी नीलाम होती थी। अयोध्या और कन्नौज के रेप के मामलों को लेकर भी सपा पर निशाना साधा। सीएम योगी ने अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव पर लूटखसोट के गम्भीर आरोप भी लगाये। मैनपुरी की करहल सीट से ही अखिलेश यादव विधायक थे। उनके इस्तीफे के बाद इस सीट पर जल्द उपचुनाव होने वाला है। उपचुनाव से पहले सीएम योगी यहां करोड़ों की सौगात देने पहुंचे थे। सीएम ने करहल में 361 करोड रुपए से अधिक की 379 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
सीएम योगी ने अपने संबोधन में सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि मैनपुरी कभी वीवीआईपी जनपद माना जाता था लेकिन वह विकास के कार्य में क्यों पिछड़ गया? इसे पहचान का मोहताज बनाने वाले कौन लोग थे? उन्होंने कहा कि आपने उनके (सपा) कारनामों को देखा होगा। इनका कारनामा वही है जो अयोध्या में एक निषाद बेटी के साथ सपा के नेता द्वारा किया गया था। यह इनका चेहरा है। इनके वास्तविक कारनामे देखने हों तो कन्नौज में घटित घटना और नवाब ब्रांड समाजवादी पार्टी का वास्तविक चेहरा है।
योगी ने कि यह वही लोग हैं जिन्होंने आपके सामने पहचान का संकट खड़ा किया, सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न किया। अराजकता और गुंडागर्दी इनके डीएनए का हिस्सा है। इनका मॉडल विकास का नहीं है। यह लोग विकास के कार्यों में लूट मचाने वाले लोग हैं। इन्होंने विकास और गरीब कल्याण के लिए जो धनराशि राज्य की लगनी चाहिए थी उसमें लूटखसोट की। नौजवानों को मिलने वाली नौकरियों में डकैती डाली गई।
मुख्यमंत्री ने अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव का नाम लिये बगैर कहा कि 2017 से पहले हर नौकरी बिकती थी। उसकी नीलामी होती थी। वसूली में चाचा और भतीजा समान भागीदार होते थे और बाद में जब ज्यादा वसूली होती थी तो चाचा को धकेल दिया जाता था और भतीजा अकेले ही बैग लेकर भाग जाता था। यही दृश्य पूरे प्रदेश का हुआ करता था।
अखिलेश-शिवपाल ने अलग अलग देशों में द्वीप खरीद लिये होंगे
उन्होंने सपा पर हमले जारी रखते हुए कहा कि इनको मैनपुरी और इटावा की चिंता नहीं थी। इन्हें स्वयं की चिंता थी इसीलिए जब उन्हें लगा कि उत्तर प्रदेश सुरक्षित नहीं रहा तो दोनों ने अपने लिए दुनिया के अलग-अलग देश में द्वीप खरीद लिए होंगे। आदित्यनाथ ने कहा कि लेकिन हमें और आपको इसी प्रदेश में रहना है। चाचा की तो नियति ही है कि हर बार धक्का खाकर वहीं पड़े रहना… लेकिन प्रदेशवासियों को धक्के खाने की अपनी आदत से उबरना पड़ेगा। सम्मान के साथ राष्ट्रवादी मिशन का सिपाही बनकर आगे बढ़ने की आदत डालनी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने कहा था कि हम हिंदुओं की आस्था का सम्मान करेंगे। आज आप देख रहे होंगे कि काशी में काशी विश्वनाथ धाम बना है। अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण हो गया है और मथुरा वृंदावन में भी विकास के कार्य नए सिरे से आगे बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जब समाजवादी पार्टी की सरकार थी तो जन्माष्टमी के आयोजन पर रोक लगा दी थी क्योंकि जन्माष्टमी में श्री कृष्ण भगवान के उद्घोष से कुछ लोगों को परेशानी होती थी। जब मैं 2017 में सरकार में आया तो मैंने कहा कि एक ही तो आयोजन है जो जेल में थानों में और पुलिस लाइन में होता है, इसको धूमधाम से आयोजित करो। आज जन्माष्टमी का आयोजन पूरी भव्यता के साथ सभी 1585 थानों और सभी कारागारों में किया जाता है।
आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार हर तबके के उत्थान के लिए पूरी तत्परता से कार्य कर रही है। आप भी भाजपा के डबल इंजन सरकार के इस अभियान का हिस्सा बनिये। इसके लिए आज मैं आपके पास आया हूं। आपको एक बार फिर से पौने चार सौ करोड़ रुपए की परियोजनाओं की सौगात, खास तौर पर करहल विधानसभा क्षेत्र के लोगों को प्राप्त हो रही है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर 135 स्वयं सहायता समूहों को आठ करोड़ 10 लाख रुपए का ऋण वितरित किया गया। साथ ही उन्होंने 500 से अधिक छात्र-छात्राओं को स्मार्टफोन तथा टैबलेट वितरित किये।