एक के बाद एक बारिश भारत के अलग-अलग राज्यों में अपना कहर बरसा रही है। इस समय देश के कई राज्यों में बाड़ जैसी स्थिति बनी हुई है। लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। हजारों लोग अपना घर छोड़ने पर मजबूर हो चुके हैं। कई लोगों की जान भी जा चुकी है। हाल में तेलंगाना और आंध्र प्रदेश लगातार हो रही भारी बारिश की चपेट में आ गए है। भारी बारिश की वजह से दोनों राज्यों में ट्रेन यातायात बाधित हो चुकी है। कई ट्रेनों के रूट बदले गए हैं, जबकि कई ट्रेनों को कैंसिल कर किया गया है। आंध्र प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं।
भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के कई हिस्सों में भारी बारिश जारी है, जिससे भयंकर बाढ़, भूस्खलन, संपत्तियों को नुकसान और सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं और सड़कें पानी में डूब गई हैं, जिससे यातायात प्रभावित हो रहा है और कई जगहों का संपर्क टूट गया है। हैदराबाद में ट्रेन सेवाएं बाधित हो गई हैं और स्कूल बंद कर दिए गए हैं, क्योंकि तटीय राज्यों में आने वाले दिनों में और बारिश होने की आशंका है।
आंध्र प्रदेश में आई आपदा में 8 लोगों की मौत
आंध्र प्रदेश में बाढ़ और भूस्खलन की वजह से बारिश से जुड़ी घटनाओं में कम से कम आठ लोगों की मौत हो चुकी है। निचले इलाकों से कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है और राष्ट्रीय और राज्य आपदा राहत बल और पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत विभिन्न स्थानों से करीब 80 लोगों को बचाया गया है। अधिकारियों के अनुसार, मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, जिन्होंने शनिवार को खराब मौसम के कारण अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए थे, लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को राहत उपाय करने के लिए प्रत्येक जिले को तुरंत 3 करोड़ रुपये जारी करने का निर्देश भी दिया। मरने वालों में 8 में से 5 लोगों की मौत विजयवाड़ा के मोगलराजपुरम में भूस्खलन में हुई। अधिकारियों ने बताया कि मोगलराजपुरम में एक ही स्थान पर भूस्खलन हुआ, जहां भारी बारिश के कारण दो घरों पर बड़े-बड़े पत्थर गिरे। गुंटूर जिले में एक शिक्षक और घर लौट रहे दो छात्रों की मौत हो गई, जब उनकी कार उफनती धारा को पार करते समय बह गई। सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में विजयवाड़ा, मछलीपट्टनम, गुडीवाड़ा, कैकालुरु, नरसापुरम, अमरावती, मंगलगिरी, नंदीगामा और भीमावरम शामिल हैं।
ट्रेन सेवाएं प्रभावित
दक्षिण मध्य रेलवे (SCR) की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारी बारिश और दक्षिण मध्य रेलवे (SCR) पर कई स्थानों पर पटरियों पर जलभराव के कारण कई पैसेंजर ट्रेनें या तो रद्द कर दी गईं हैं, या फिर आंशिक रूप से रद्द कर दी गईं और उनका मार्ग भी बदल दिया गया। बाढ़ और बारिश की स्थिति ने आंध्र प्रदेश में विजयवाड़ा-वारंगल मार्ग पर ट्रेन सेवाओं को प्रभावित किया है। विजयवाड़ा के पास एक स्थानीय नाले के उफान पर आने से ट्रैक डूब गया, जिसके बाद विजयवाड़ा-खम्मम मार्ग पर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी गई। इसी तरह, महबूबाबाद रेलवे स्टेशन के पास तंदलापुसलापल्ली में एक और उफनती धारा ने ट्रेन सेवाओं को बाधित कर दिया, जिससे वारंगल-खम्मम मार्ग प्रभावित हुआ। इसके अलावा, केसमुद्रम रेलवे स्टेशन के पास पटरियों पर बहने वाले बारिश के पानी के कारण रेलवे अधिकारियों को पास के स्टेशनों पर ट्रेनें रोकनी पड़ीं। बाढ़ के पानी के कारण महबूबाबाद जिले के केसमुद्रम के पास रेलवे ट्रैक के नीचे बजरी का एक हिस्सा बह गया, जिससे केसमुद्रम रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन में सवार यात्री फंस गए।
राहत बचाव कार्य में जुटी NDRF की टीम
सरकार ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
राज्य भर में संपत्तियों को नुकसान पहुंचने की भी खबरें सामने आई हैं। केंद्रीय जल आयोग (CWC) ने चेतावनी दी है कि अगले दो दिनों में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की अधिकांश नदियों में उफान आने की आशंका है। बचाव प्रयासों के लिए, आंध्र प्रदेश सरकार ने सार्वजनिक SOS के लिए एक राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष बनाया जाएगा, जो आपदा प्रबंधन एजेंसियों और स्वास्थ्य विभाग के साथ कोऑर्डिनेट करने में काम करता है। सरकार ने नागरिकों को आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं के लिए +919032384168 पर नियंत्रण कक्ष से संपर्क करने की सलाह दी है। अधिकारियों ने बताया कि डॉ. सुब्रह्मण्येश्वरी (+917386451239) और डॉ. एमवी पद्मजा (+9183748935490) की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय टीम 3 सितंबर तक नियंत्रण कक्ष में आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं की लगातार निगरानी करेगी।
मौसम विज्ञान का अनुमान
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के नवीनतम अपडेट के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बना दबाव, जिसके कारण भारी बारिश हुई, 1 सितंबर को सुबह-सुबह कलिंगपट्टनम के पास उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा के तटों को पार कर गया। अगले 24 घंटों के दौरान इसके उत्तरी आंध्र प्रदेश और उससे सटे दक्षिणी ओडिशा, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है।
तेलंगाना में भारी बारिश की आशंका
तेलंगाना के कई हिस्सों में भी भारी बारिश जारी रही, जिसके कारण निचले इलाकों में पानी भर गया और परिवहन बाधित हो गया। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने सभी सरकारी विभागों के अधिकारियों से सतर्क रहने और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए उपाय करने को कहा। रेड्डी ने मंत्रियों और टॉप ब्यूरोक्रेट्स से बात की और राज्य के मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और MLC को अपने-अपने क्षेत्रों में रहने और राहत कार्यों का समन्वय करने का निर्देश दिया। सरकार ने यह भी निर्देश दिया कि निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को तुरंत राहत शिविरों में स्थानांतरित किया जाए और हैदराबाद के साथ-साथ हर जिला कलेक्टर के कार्यालय में नियंत्रण कक्ष खोलने का निर्देश दिया। राज्य की राजधानी हैदराबाद में भी लगातार बारिश हुई।
हैदराबाद में स्कूल बंद
हैदराबाद में जिला अधिकारियों ने भारी बारिश की आशंका के मद्देनजर एहतियात के तौर पर सोमवार, 2 सितंबर को सभी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया। नारायणपेट जिले में शनिवार और रविवार की दरम्यानी रात भारी बारिश के बीच घर ढहने से 75 वर्षीय मां और उनकी 38 वर्षीय बेटी की मौत हो गई। कामारेड्डी जिले में कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं, जिससे परिवहन प्रभावित हुआ। राज्य के मुख्य सचिव ने शनिवार को कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालने और राहत शिविर लगाने के लिए अग्रिम योजना तैयार की जानी चाहिए। चूंकि बाढ़ का पानी कई इलाकों में भर गया है, इसलिए उपमुख्यमंत्री भट्टी विक्रमार्का ने राहत कार्यों की निगरानी के लिए मध्यरात्रि में मधिरा क्षेत्र का दौरा किया।
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