सोनीपत में दिल्ली और हरियाणा पुलिस की संयुक्त टीम और बदमाशों के बीच हुई गोलीबारी में कुल 43 गोलियां चलीं। इस मुठभेड़ में तीन कथित बदमाशों की मौत हो गई जबकि दिल्ली पुलिस का एक एसआई घायल हो गया। गोलीबारी के एक दिन बाद दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शार्प शूटरों ने 24 राउंड गोलियां चलाईं, जबकि पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में 19 गोलियां फायर किए। इस एनकाउंटर में मारे गए शार्प शूटरों की पहचान हरियाणा के आशीष उर्फ लालू, सनी खरार और विक्की रिधाना के तौर पर हुई है। आशीष और विक्की ने कथित तौर पर 18 जून को राजौरी गार्डन बर्गर किंग आउटलेट पर 26 वर्षीय अमन जून की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
खुफिया इनपुट पर कार्रवाई
क्राइम ब्रांच के मुताबिक, बदमाशों के बारे में खुफिया इनपुट मिलने के बाद रात को करीब साढ़े आठ बजे रोहतक-चिनौली रोड पर सादी वर्दी में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) शालिनी सिंह ने बताया कि खुफिया इनपुट मिलने के बाद पुलिस टीम मुस्तैद थी। पुलिस टीम ने रात करीब 8.40 बजे रोहतक-चिनौली रोड पर एक किआ सेल्टोस कार को रोका। इसमें तीन बदमाश सवार थे। पुलिस की मौजूदगी को भांपकर ये बदमाश मौके से भागने की कोशिश करने लगे। बचने के चक्कर में बदमाशों ने अपनी कार कच्ची सड़क की ओर मोड़ दी।
खेत में फंस गई गाड़ी, फिर अंधाधुंध फायरिंग
पुलिस के मुताबिक, आगे जाकर बदमाशों की गाड़ी एक खेत के पास फंस गई। इससे बदमाश बौखला गए। उन्होंने ने कार के भीतर से ही पुलिस पार्टी पर फायरिंग शुरू कर दी। उन्होंने पुलिस टीम पर करीब 24 गोलियां चलाईं। बदमाशों की एक गोली एसआई अमित के पैर में जबकि एक अन्य गोली पुलिस उपायुक्त अमित गोयल और एसीपी उमेश बर्थवाल की पहनी बुलेटप्रूफ जैकेट में लगी। इसके बाद पुलिस टीम ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि पुलिस टीम ने जवाब में 19 गोलियां चलाईं। इससे सनी को पांच जबकि आशीष और विक्की को तीन-तीन गोलियां लगीं।
सोशल मीडिया पोस्ट में पहले ही एनकाउंटर का दावा
अधिकारी ने बताया कि गैंगस्टर सनी, विक्की और सनी पर दिल्ली और हरियाणा में हत्या, हत्या के प्रयास और जबरन वसूली से लेकर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। तीनों ही बदमाश हिमांशु भाऊ गिरोह के सदस्य बताए जाते हैं। हिमांशु भाऊ पर शक है कि वह स्पेन और पुर्तगाल से आपराधिक वारदातों को अंजाम दिला रहा है। एक हफ्ते पहले, एक कथित सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया गया था कि दिल्ली पुलिस ने तीनों (आशीष उर्फ लालू, सनी खरार और विक्की) को पकड़ लिया है और उन्हें फर्जी मुठभेड़ में मारा जा सकता है। हालांकी बाद में पोस्ट को हटा दिया गया। माना जा रहा है कि यह पुलिस पर दबाव बनाने की उनकी रणनीति का हिस्सा हो सकता है।
हिमांशु भाऊ गिरोह के शॉर्प शूटर थे तीनों
हालांकि पुलिस अधिकारी ने साफ किया कि शुक्रवार को सोनीपत में हुई मुठभेड़ से पहले पुलिस ने आरोपियों को कभी नहीं पकड़ा था। तीनों बदमाश हिमांशु भाऊ गिरोह के शॉर्प शूटर थे। उन्होंने कथित तौर पर पहले भी कई ऑटो शोरूम, मिठाई की दुकानों पर गोलीबारी की थी। तीनों ने पहले भी व्यापारियों को पैसे वसूलने की धमकी दी थी।
इन अधिकारियों की अगुवाई में ऑपरेशन
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आशीष और विक्की मार्च में मुरथल में गुलशन डाबा के बाहर एक व्यापारी की गोली मारकर हत्या करने में भी शामिल थे। हरियाणा पुलिस ने दोनों पर एक लाख रुपये से अधिक का इनाम घोषित किया था। मुठभेड़ की कार्रवाई दिल्ली पुलिस के डीसीपी अमित गोयल और हरियाणा पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के उपाधीक्षक इंदीवीर और सोनीपत के इंस्पेक्टर योगेंद्र के नेतृत्व में एक संयुक्त टीम ने की थी। हरियाणा पुलिस ने मुठभेड़ के संबंध में एक अलग मामला दर्ज किया है। मामले की जांच चल रही है। तीनों मृतकों की डेड बॉडी पोस्टमार्टम के लिए भेज दी गई है।