यूपी एटीएस ने प्रदेश में कूटरचित स्टांप पेपरों और टिकटों की सप्लाई का सिंडिकेट चलाने वाले गैंग का भंडाफोड़ कर दिया है। बिहार में ऐसे स्टांप पेपर और टिकट छापकर अपने गैंग के जरिए देश और प्रदेश के विभिन्न जिलों में तस्करी करने वाले अन्तर्राज्जीय गिरोह के मास्टर माइंड नवाब आरजू और उसके सहयोगी राजू कुमार यादव को एटीएस ने रविवार की सुबह गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया।
एटीएस द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार इस तरह की सूचना मिल रही थी कि प्रदेश में एक सिंडिकेट चल रहा है जो बिहार से कूटरचित भारतीय स्टांप पेपर और कूटरचित स्टांप टिकट छापकर अपने गैंग के सहयोगियों के साथ अलग-अलग जिलों में तस्करी कर रहे हैं। इस सूचना की जांच-पड़ताल में बिहार के रहने वाले नवाब आरजू का नाम सामने आया। पता चला कि नवाब आरजू अपने कुछ साथियों के साथ गोरखपुर आने वाला है। इस सूचना के आधार पर यूपी एटीएस ने गोरखपुर में रविवार की सुबह नवाब और उसके साथी राजू कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया।
यूपी एटीएस के अनुसार नवाब आरजू उर्फ लालू शातिर अपराधी है। वह पहले भी कूटरचित स्टांप पेपरों की तस्करी में जेल जा चुका है। वर्तमान में वह यूपी, बिहार और दिल्ली के विभिन्न जिलों में कूटरचित स्टांप पेपरों और टिकटों की तस्करी कर रहा था। इसी गिरोह के अन्य सक्रिय सदरूयों को पहले ही जेल भेजा जा चुका है। इनमें कमरूद्दीन, साहबजोदे, ऐश मोहम्मद, रविन्द्र दीक्षित, नन्दलाल प्रसाद और संतोष गुप्ता शामिल हैं। गिरोह के अन्य सक्रिय सदस्य एटीएस के रडार पर हैं। गोरखपुर की कैंट थाना पुलिस गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ आगे की विधिक कार्यवाही कर रही है।
ये हुआ बरामद
गिरफ्तार आरोपियों के पास से 6.94 लाख रुपए मूल्य के कूटरचित भारतीय स्टांप पेपर, 72000 रुपए मूल्य के कूटरचित भारतीय स्टांप टिकट और तीन मोबाइल फोन मिले हैं। उनकी एक क्रेटा कार भी पुलिस ने बरामद की है।