इंदिरापुरम के कनावनी क्षेत्र से छह माह की बच्ची अगवा कर ली गई। परिजन की सूचना पर पुलिस ने बच्ची को बरामद कर एक महिला को गिरफ्तार किया है। आरोपी बच्ची के घर आती-जाती थी। उसने बताया कि दुष्कर्म के मामले में जेल में बंद अपने बेटे को छुड़ाने के लिए बच्ची से दुआ करानी थी। इसीलिए अपहरण किया था।
इंदिरापुरम थाना क्षेत्र स्थित कनावनी में झुग्गी में रहने वाले रिंकू महतो निवासी लखीसराय बिहार ने छह माह की बेटी के अगवा होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिंकू ने जानकार महिला इदन खातून पत्नी दिलशाद अहमद निवासी सलेमपुर देवरिया पर बच्ची को अगवा कर ले जाने का आरोप लगाया था।
घटना की सूचना मिलने के बाद से ही पुलिस की दो टीमें बच्ची को बरामद करने में लगी थी। डीसीपी ट्रांस हिंडन जोन निमिष पाटील ने बताया कि इंदिरापुरम पुलिस ने अगवा की गई बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया है और उसे ले जाने वाली महिला को भी गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार महिला से बच्ची को अगवा करने के बारे में पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसका बेटे को दुष्कर्म के मामले में थाना इंदिरापुरम पुलिस ने गिरफ्तार किया था और वह जेल में बंद है। उसे एक मौलवी ने बताया था कि छोटी बच्ची से वह यदि दुआ (सजदा) करा देगी तो बेटा छूट जाएगा।
महिला ने बताया कि वह बच्ची को उस समय ले गई, जब परिजन घर नहीं थे। आरोपी महिला के रिश्तेदार बच्ची के पड़ोस में रहते थे। पड़ोसी उसे खाला कहते थे। इसीलिए बच्ची की मां आरोपी को खाला कहने लगी थी।
शिकायतकर्ता रिंकू मेहतो ने पुलिस को बताया था कि वह और उसकी पत्नी सुबह ही लगभग साढ़े नौ बजे काम पर चले गए थे। बड़ी बेटी स्कूल गई थी, जबकि बीच वाली छह साल की बेटी के पास वह अपनी छह माह की बच्ची को छोड़ गए थे।
रिंकू के मुताबिक दिन में जब वह दोपहर के समय घर आया तो मंझली बेटी ने बताया कि पड़ोसी की रिश्तेदार महिला छोटी बहन को ले गई है। आरोपी भी इंदिरापुरम क्षेत्र में झुग्गियों में रहती है। उसे बच्ची को पश्चिम बंगाल ले जाना था, लेकिन बच्ची को अगवा करने के बाद वह डर गई और अपने घर पर ही बच्ची को रखे हुए थी।