नई दिल्ली: सिख समुदाय के नेताओं की आलोचना का सामना कर रहीं ‘इमरजेंसी’ फिल्म की अभिनेत्री-निर्देशक और बीजेपी से पहली बार सांसद बनीं कंगना रनौत ने अपनी फिल्म से इंदिरा गांधी हत्याकांड के दृश्यों को हटाए जाने की संभावना से इनकार किया है। इंडिया टीवी पर प्रसारित होने वाले रजत शर्मा के प्रतिष्ठित टीवी शो ‘आप की अदालत’ में उनके सवालों का जवाब देते हुए कंगना रनौत ने कहा, ‘मैंने SGPC के लोगों से संपर्क किया, उन्हें अपनी फिल्म दिखाई। वे चाहते हैं कि मैं यह न दिखाऊं कि सिखों ने इंदिरा गांधी को मारा। तो मैं क्या दिखाऊं? कि बिजली कड़की और वह चल बसीं?’
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी समेत कई संगठनों ने फिल्म ‘इमरजेंसी’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है । उनका आरोप है कि यह फिल्म “सिख विरोधी नरैटिव” फैला रही है और सिखों को “अलगाववादी” के रूप में गलत तरीके से पेश कर रही है। 27 अगस्त को CBFC को SGPC द्वारा भेजी गई नोटिस में कहा गया है, ‘इस तरह का चित्रण न केवल भ्रामक हैं, बल्कि पंजाब और पूरे देश के सामाजिक ताने-बाने के लिए बेहद अपमानजनक और नुकसानदेह भी हैं। यह स्पष्ट है कि रनौत ने आपातकाल का विषय कांग्रेस को किसी वास्तविक राजनीतिक या ऐतिहासिक घटना को लेकर घेरने के लिए नहीं , बल्कि सिख समुदाय को निशाना बनाने के लिए चुना है।’
बीजेपी के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा की टिप्पणी कि उन्हें या तो जेल या पागलखाने भेज दिया जाना चाहिए, पर कंगना रनौत ने कहा, ‘मैं उन्हें चैलेंज करती हूं कि वे मुझे फिल्म में एक भी शॉट लेकर दिखा दें, तो मैं अपनी फिल्म कभी रिलीज नहीं करूंगी। इतनी तो उनकी हैसियत है नहीं, वे सिर्फ लोगों की भावनाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं।’
जब रजत शर्मा ने कहा कि फिल्म के ट्रेलर ने एक खास वर्ग के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, तो कंगना ने जवाब दिया, ‘जब कोई पूर्व प्रधानमंत्री पर फिल्म बनाता है, जिनकी हत्या कर दी गई थी, तो वह ये तो नहीं दिखा सकता कि बिजली कड़की और वह चल बसीं। सिरसा जी कह रहे हैं कि आप ये दिखाइए कि एक पेड़ गिरा और वह मर गईं। मैं इस देश का इतिहास नहीं बदल सकती। मुझे किसी समुदाय से कोई दिक्कत नहीं है। जब फिल्म रिलीज होगी, तो सब कुछ साफ हो जाएगा। यह फिल्म मेरा गंभीर प्रयास है।’
सोशल मीडिया पर मिल रही जान से मारने की धमकियों पर अभिनेत्री ने कहा, ‘सोशल मीडिया पर वे गर्व से दिखाते हैं कि इंदिरा गांधी की हत्या कैसे हुई। आज वे कह रहे हैं कि ‘गर्दन काट देंगे’। क्या इससे उनका हौसला नहीं बढ़ेगा? बहुत लोग कोशिश कर रहे हैं कि मुझे चुप कराया जाए।’
फिल्म में इंदिरा गांधी की भूमिका निभाने वाली कंगना ने कहा, ‘इमरजेंसी कंट्रोवर्सियल तो थी बट इट इज ऑल्सो ए बेस्ट केप्ट सीक्रेट। हमारी मौजूदा पीढ़ी इसके बारे में बहुत कम जानती है। She (Indira) was equally hated and equally loved. जैसे मोदी जी की श्री राम के अवतार के रूप में प्रशंसा की जाती है, इंदिरा जी को अभिनव चंडी दुर्गा कहा जाता था। एक नेता के लिए प्यार और नफरत ने इस फिल्म को करते समय मेरी कल्पना को पकड़ लिया। उनके शरीर में 35 गोलियां लगीं। मैं यह दिखाने की कोशिश कर रही थी कि कैसे एक नेता जो देश के लिए लड़ते हुए, देश के खिलाफ लड़ती हैं (आपातकाल लगाकर) … इंदिरा गांधी की भूमिका करते समय, मेरा पूरा नजरिया बदल गया। यहां एक बुजुर्ग महिला थी, अपने बेटे के प्रति उनका प्यार था, फिर अपने बेटे को खोना, उन्होंने देश के लिए बहुत कुछ किया।’
रजत शर्मा: क्या राहुल गांधी को आपकी फिल्म पसंद आएगी?
कंगना रनौत: (थोड़ी देर रुककर) अगर वो घर जाकर टॉम एंड जेरी देखते होंगे तो उन्हें कैसे समझ में आएगा?
रजत शर्मा: उन्हें आपको अपनी दादी के तौर पर देखना पड़ेगा?
कंगना रनौत: ये राजकुमार वाली मानसिकता.. ये भारत देश मेरी दादी का है। उन्हें ऐसी मानसिकता छोड़नी होगी, नहीं तो वह कार्टून बनकर रह जाएंगे। कुछ कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि मैं उनकी दादी का रोल करके अपनी दुकान चलाने की कोशिश कर रही हूं। अच्छा है कि मैं बीजेपी में हूं, नहीं तो कांग्रेस में होती तो मुझे नफरत होती।
यूथ कांग्रेस द्वारा उनके खिलाफ केस दर्ज किए जाने पर कंगना ने जवाब दिया: “मैंने उन्हें फिल्म देखने के लिए बुलाया था। वे आना ही नहीं चाहते।”
राहुल गांधी
कंगना रनौत ने बताया कि जब उन्होंने पहली बार राहुल गांधी को लोकसभा में बोलते हुए देखा तो उन्हें क्या महसूस हुआ। उन्होंने कहा, “आप यकीन नहीं कर सकते कि सदन के अंदर वह कैसा माहौल बनाने की कोशिश कर रहे थे। वह सभी देवताओं की तस्वीरें लेकर आए थे, ताकि यह दिखाया जा सके कि सभी देवता कांग्रेस के चुनाव चिह्न हाथ के पंजे का इस्तेमाल करते हैं, जैसे कि वे कांग्रेस के ब्रांड एंबेसडर हों। फिर उन्होंने कहा, मैं शिवजी की बारात का हूं। और भाषण के अन्त में वो बैठे और एकटक देखने लगे. मुझे लगा कि मैं किसी से कहें कि चेक करें कि उन्हें हो क्या गया है। मैंने ये नहीं कहा कि वह ड्रग्स लेते हैं, मैंने ये कहा कि एक टेस्ट होना चाहिए।’
जब उनसे कहा गया कि उन्होंने राहुल को “Bitter, Poisonous” कहा था, तो कंगना ने जवाब दिया: “ये तो सारा देश कह रहा है। वह विदेश जाकर अमेरिका से हमारे मामलों में हस्तक्षेप करने के लिए कहते हैं। वह हमेशा हमारे देश के टुकड़े कराने में लगे रहते हैं, चाहे वह जाति के नाम पर हो, अर्थव्यवस्था हो, बॉर्डर हो।”
किसान और बीजेपी
किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान लाशें लटकाए जाने और बलात्कार की घटनाओं के बारे में अपनी विवादास्पद टिप्पणी पर, बीजेपी की सांसद ने स्पष्ट किया कि उन्होंने यह कभी नहीं कहा कि किसानों ने ऐसा किया। कंगना ने कहा, ‘मैंने कहा था कि जहां किसान आंदोलन हुए वहां लाशें लटकी पाई गईं, गैंगरेप हुआ। मैंने कभी नहीं कहा कि किसानों ने ऐसा किया, उपद्रवियों ने ऐसा किया। मेरे पास वीडियो कवरेज है।’
कंगना ने कहा, ‘एक व्यक्ति के रूप में मुझे लगता है कि दुनिया सच देखकर झुठला देती है और झूठ में जीती है। मेरा कटाक्ष ‘उपद्रवियों’ के खिलाफ था, किसानों के खिलाफ नहीं। मैं खुद एक किसान परिवार से हूं, मैं खेत में खुद खाना लेकर जाती थी। मेरी दादी कहती थीं कि किसानी कर लो। मेरे मन में यह भावना थी कि किसानों के आंदोलन को पूरी तरह से हाईजैक कर लिया गया।’
कंगना रनौत ने कहा, ‘मैंने कहा था कि पांच-पांच सौ रुपये देकर शाहीन बाग में लोगों को लाते थे, सबने देखा है। मैं वीडियो प्रोड्यूस कर दूंगी। मैने देखा कि वहां बिरयानी दी जा रही है। वही चेहरे जो शाहीन बाग में मिले, वही चेहरे किसानों के आंदोलन की जगह पर देखे गए। लोगों ने इसे देखा है।’
किसानों से जुड़े मुद्दों पर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा उनके साथ “असहमति” व्यक्त करते हुए बयान जारी करने और यह स्पष्ट करने पर कि “वह नीतिगत मुद्दों पर बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं”, कंगना रनौत ने जवाब दिया, “मुझे पॉलिटिक्स में आए हुए केवल 2 महीने हुए हैं। हमें पार्टी के दिशा-निर्देश मिलते हैं, लेकिन मीडिया ने यह कहकर इसे बढ़ा-चढ़ाकर ऐसे पेश किया कि मानो मुझे कड़ी फटकार लगाई गई हो। बीजेपी के लोग मुझे प्यार करते हैं, वे ईमानदार और सच्चे लोग हैं।”
मुंबई फिल्म इंडस्ट्री (‘रणबीर कपूर स्वामी विवेकानंद नहीं हैं’)
फिल्म इंडस्ट्री पर बड़ा हमला करते हुए कंगना रनौत ने अपने उस बयान का बचाव किया जिसमें उन्होंने कहा था कि अधिकतर स्टार्स ‘कार, पैसे और पर्स की बात करते हैं, और उनमें से कई पागल, और बेवकूफ़ हैं।’ कंगना ने कहा: ‘हां, मैंने बिल्कुल ऐसा कहा था और मैं इस पर अडिग हूं। बॉलीवुड वाले क्या शेक्सपियर के बारे में बातें करते हैं? या कला संरक्षण के बारे में बातें करते हैं? जब भी वे मिलते हैं तो गॉसिप करते हैं कि ‘मैंने ये घड़ी खरीदी, ये कार खरीदी…उनमें से कई ड्रग्स, टाडा केस, हवाला, फ्लेश ट्रेड, मी टू जैसा कौन सा केस इनके ऊपर नहीं है? लेकिन बुरा कौन है…मैं। मैंने इंडस्ट्री में 20 साल बिताए हैं।’
रजत शर्मा: आपने करण जौहर को चाचा चौधरी बताया?
कंगना रनौत: मेरी पहली फिल्म 2006 में आई थी। 2014 तक किसी ने मुझे नहीं पूछा। जब 2014 में मेरी फिल्म क्वीन हिट हुई, तो सभी ने मुझे अनप्रोफेशनल बताना शुरू कर दिया। जब तनु वेड्स मनु ने सफलता के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए तो वे मुझे साइको, चुडैल, डायन, खून पीती है कहने लगे। ये लोग मुझे चैन से नहीं रहने देते। ये लोग जब तक मुझे चैन से नहीं रहने देंगे, तो मैं भी इनके नाक में दम करके रखूंगी।’
रजत शर्मा: आपने रणबीर कपूर को स्कर्ट चेजर बताया?
कंगना रनौत: आप तो ऐसे कह रहे हैं जैसे वो स्वामी विवेकानंद हों!
रजत शर्मा: उन्होंने आपको कोई फिल्म ऑफर की थी?
कंगना रनौत: हां, मेरे घर आ गए थे। …ठीक है, इंडस्ट्री में आप किसी को सिंगल आउट नहीं कर सकते कि कौन कितने पानी में है।
रजत शर्मा: आपने आयुष्मान खुराना को चापलूस कहा?
कंगना रनौत: ‘उन्होंने ही मुझ पर अटैक किया था। पहले जब उनके पास काम नहीं था, तो वो मुझे रोल मॉडल कहते थे। शायद चापलूसी करके काम मिला, तो वो बदल गए। इस महान ‘पुण्य, पवित्र’ इंडस्ट्री में किसी को किसी से प्रॉब्लम नहीं है, सिर्फ मैं ही एक प्रॉब्लम हूं।’
रजत शर्मा: आपने स्टार किड्स को उबले हुए अंडे बताया?
कंगना रनौत: लोग ऐसे कलाकार देखना चाहते हैं जो सड़कों पर, लोगों के बीच, धूप में गए हों। इंदिरा गांधी के रोल के लिए मुझे एजिंग ट्रीटमेंट लेना पड़ा। लेकिन ये स्टार किड्स हर रोल के लिए जिम जाते हैं, बोटोक्स ट्रीटमेंट लेते हैं। ईमानदारी से कहूं तो मैं आलोचना नहीं कर रही हूं। मैं सिर्फ इतना कह रही हूं कि जरा धूप में निकलो। लेकिन वे क्या करते हैं। वे अपनी कार से बाहर आते हैं और कहते हैं, ‘हाय आई वॉन्ट दिस, आई वॉन्ट दैट। ‘ 40 साल के स्टार किड्स या 30-35 साल की लड़कियां पिंक ग्लासेज लगाती हैं और बच्चों की तरह एक्टिंग करती हैं। मुझे उनके साथ मिलकर कितना ट्रॉमा होता है, कितना टॉर्चर होता है, उसे कोई नहीं देखता।”
रजत शर्मा: आमिर खान ने आपको रोल ऑफर किया था?
कंगना रनौत: सलमान ने मुझे बजरंगी भाईजान में रोल ऑफर किया था, शाहरुख ने मुझे जीरो में रोल ऑफर किया था।
रजत शर्मा: बजरंगी भाईजान अच्छी फिल्म थी?
कंगना रनौत: 2006 में जब मैं रोल के लिए संघर्ष कर रही थी, तब मुझे किसी ने कुछ ऑफर नहीं किया। पीछे खड़े होने का काम भी नहीं मिला। जब 2014 में मेरी फिल्म ‘क्वीन’ सफल हुई, तब मुझे ऑफर आने लगे। लेकिन मुझे लगा कि मुझे अलग तरह का मौका मिला है, जैसे वैजयंतीमाला, श्रीदेवी अपनी मर्जी से फिल्में करती थीं। क्या आमिर खान मुझे अपनी फिल्म में अच्छी परफॉर्मेंस देने देंगे? सलमान लार्जर-दैन-लाइफ स्टार हैं। वे इंडस्ट्री के दिग्गज हैं। सलमान मेरे प्यारे दोस्त हैं, आमिर बहुत अच्छे हैं।
रजत शर्मा: आपने अक्षय कुमार को भी ना कह दिया?
कंगना रनौत: अक्षय कुमार मुझे ‘सिंह इज ब्लिंग’ में रोल ऑफर कर रहे थे। एक महिला कलाकार के तौर पर मैंने इंडस्ट्री में अपना खुद का अस्तित्व बनाया है। कोई भी उस बूढ़ी औरत की कहानी पर फिल्म नहीं बनाना चाहता था, जो कि तीन बार हमारी प्रधानमंत्री (इंदिरा गांधी) रह चुकी हैं।
रजत शर्मा: आपने सारे खान, सारे कुमार और सारे कपूर के ऑफर ठुकरा दिए?
कंगना रनौत: पहले मैं काम मांगती थी, दर-दर भटक रही थी।
रजत शर्मा: लेकिन, आप देखिए, हर कोई चढ़ते सूरज को सलाम करता है?
कंगना रनौत: अगर वह सूरज ज्यादा चमक रहा है तो मैं क्यों साइड रोल लूं?
राजनीति में आने के बाद क्या वह फिल्में छोड़ देंगी, इस पर कंगना ने कहा, ‘फिल्म एक ऐसा काम है जिसमें बहुत समय लगता है। पॉलिटिक्स भी बहुत डिमांडिंग होती है। जिस दिन से मैं राजनीति में आई हूं, पिछले 6 महीनों में एक दिन की भी शूटिंग नहीं कर पाई हूं। मैं बैलेंस बनाने की कोशिश कर रही हूं। देखते हैं आगे क्या होता है। लेकिन मुंबई फिल्म इंडस्ट्री के लोग खुश होंगे कि ‘कंगना भाग जाएगी’।’
देखें, ‘आप की अदालत’ में कंगना रनौत का पूरा एपिसोड