MP Weather News Hindi: मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में जमकर बारिश हो रही है। मॉनसून के एमपी में दस्तक देने के साथ ही प्रदेशभर में लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है। मॉनसून के मध्य प्रदेश में मौजूद होने के साथ ही मौसम पर बड़ा अपडेट सामने आया है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान की बात मानें तो बारिश को लेकर कई जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। लोगों से अपील है कि मॉनसूनी बरसात में सतर्क रहें। इसके अलावा, तटीय इलाकों में जाने से परहेज करें। मध्य प्रदेश के कई जिलों में 4 जुलाई गुरुवार को बारिश हुई थी और शुक्रवार 5 जुलाई को भी बारिश का दौर जारी रहेगा।
मॉनसूनी बरसात के बाद शहरों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग की बारिश पर चेतावनी के बाद मोहन यादव सरकार भी अलर्ट मोड पर आ गई है। सभी को सतर्क रहने के लिए निर्देशित भी किया गया है।
मध्य प्रदेश का यह है मौसम पूर्वानुमान
मध्य प्रदेश में मॉनसून के एक्टिव होने के साथ ही आसमान से जमकर मेघ बरस रहे हैं। मौसम विभाग ने बारिश पर अलर्ट जारी किया है। बारिश को लेकर गुना, मुरैना, शिवपुर, सागर आदि जिलों में अलर्ट जारी किया गया है।
इसी के साथ एमपी की राजधानी भोपाल, रतलाम, नीमच, उज्जैन, देवास, अशोकनगर, दतिया, राजगढ़, शिवपुरी, सागर, टीकमगढ़ में तेज बारिश की संभावना जताई गई है। जबकि, एमपी के अन्य जिलों में गरजचमक के साथ बारिश हो सकती है। पूर्वानुमान के अनुसार, दो दिन बाद 8 जुलाई को एक बार फिर जबलपुर, शहडोल, सागर, ग्वालियन,भोपाल आदि जिलों में तेज बारिश देखने को मिली सकती है।
मौसम विभाग का बारिश पर अलर्ट
मौसम विभाग ने मॉनसून में बारिश को लेकर अलर्ट भी जारी किया है। एमपी के एक दर्जन से अधिक जिलों में बारिश पर अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, भोपाल, रीवा, सतना, शिवपुरी, मैहर, पन्न, भिंड, रायसेन, नीमच आदि जिलों में बारिश पर अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग के बारिश पर अलर्ट के बाद प्रशासन भी सतर्क मोड पर आ गया है। सरकार की आरे से कई विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों को 24 घंटे अलर्ट रहने की सख्त हिदायत दी गई है।
मॉनसूनी बरसात के बाद लोगों की बढीं मुसीबतें
मॉनसून में बरसात के बाद एक तरफ लोगों को जहा जून में भीषण गर्मी से राहत मिली तो दूसरी ओर, जुलाई में बारिश के बाद लोगों की मुश्किलें भी बढ़ गईं। बारिश के बाद सड़कों पर बरसाती पानी और जलभराव की समस्या से लेगों को रूबरू हो गया। घरों और दुकानों में बरसाती पानी के घुसने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। नीचले इलाकों में रह रहे लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी हुई।