सोनभद्र, संवाददाता। एशिया के विशालतम जलाशयों में से एक रिहंद बांध में तेजी से बढ़े जलस्तर के कारण आठ साल बाद सात गेट खोल दिए गए हैं। इसके दबाव से ओबरा बांध के भी पांच फाटक खोलने पड़े। सोन नदी में पानी गिराया जा रहा है। प्रशासन ने सोनभद्र से लेकर पटना तक अलर्ट घोषित कर दिया गया है। यूपी, एमपी और छत्तीसगढ़ में हुई भारी बारिश के चलते रिहंद बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ते हुए 869 फीट तक पहुंच गया। इसके बाद बुधवार की सुबह से ही गेट खुलने का सिलसिला शुरू हो गया। सुबह आठ बजे पहला गेट खोला गया। दोपहर होते-होते जलस्तर 870 फीट पहुंचने पर दो गेट और खोल दिए गए। शाम छह तक सात गेट खोले जा चुके थे। रिहंद बांध में कुल 13 गेट हैं। इनमें से सात गेट खोलकर करीब 70 हजार क्यूसेक पानी निकाला जा रहा है। इसके पूर्व सितंबर 2016 में बारिश के चलते जलस्तर 872 फीट पहुंच गया था। उस समय सभी गेट खोल दिए गए थे। रिहंद का पानी ओबरा बांध के माध्यम से रेणु नदी से होते हुए सोन नदी में निकाला जा रहा है। दबाव की वजह से ओबरा बांध के भी पांच गेट खोले गए हैं। पानी के दबाव को देखते हुए सोन नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। लोगों को नदी में जाने से मना किया गया है। सोन नदी से बिहार के भी कई इलाके जलमग्न हो सकते हैं। ऐसे में बिहार प्रशासन को भी अलर्ट किया गया है।
घाघरा नदी तीन जिलों में मचा रही तबाही
आजमगढ़, बलिया और मऊ में बहने घाघरा नदी अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इससे लगभग चार दर्जन से अधिक गांव प्रभावित हैं। आजमगढ़ में बुधवार को जलस्तर 33 सेंटीमीटर घटा है। इसके बाद भी अभी नदी खतरा बिंदु से 47 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। देवरा इलाके के 17 गांव बाढ़ के पानी से घिरे हैं। बलिया में भी घाघरा खतरा बिंदु से एक मीटर ऊपर बह रही है। इससे करीब एक दर्जन गांव प्रभावित हैं। रेवती क्षेत्र में परिषदीय विद्यालय मठ नागनाथ तक पानी पहुंचने से पठन-पाठन प्रभावित हो गया है। मऊ भी घटाव के साथ नदी तबाही मचा रखी है।
गंगा में एक बार फिर बढ़ाव शुरू
एक सप्ताह बाद एक बार फिर गंगा के जलस्तर में बढ़ाव शुरू हो गया है। सीजन में यह पांचवीं बार है जब नदी ने रफ्तार बढ़ाई है। वाराणसी में जलस्तर पांच सेमी प्रति घंटे की दर बढ़ रहा है। बुधवार सुबह 8 बजे तक गंगा का जलस्तर राजघाट के पास 66.72 मीटर दर्ज किया गया है। उधर, चंदौली, मिर्जापुर और भदोही में भी बढ़ाव जारी है।