गुजरात के वलसाड जिले में 3 साल की बच्ची से दरिंदगी की घटना सामने आई है। घटना के बाद मंगलवार रात को लोग सड़कों पर उतर आए और आक्रोश व्यक्त किया। वारदात से आक्रोशित सैकड़ों ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर लिया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच, एसओजी के अधिकारियों को शामिल करते हुए अलग-अलग टीमें गठित कीं और केस दर्ज होने के कुछ ही घंटों के भीतर आरोपी को अरेस्ट कर लिया।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद ट्रेन से फरार हो रहा था लेकिन पुलिस टीमों ने उसे ट्रेस कर चलती ट्रेन से धर दबोचा। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है। एसआईटी 15 दिन के भीतर चार्जशीट दाखिल करेगी। आरोपी मूल रूप से महाराष्ट्र के पालघर जिले का रहने वाला है। वह वलसाड जिले के एक गांव में पीड़िता के पड़ोस में रहता था और उसके परिवार के सदस्यों को जानता था।
पुलिस ने बताया कि आरोपी बच्ची को एक चॉल में उसके फ्लैट के ऊपर स्थित अपने कमरे में ले गया और मंगलवार दोपहर को यौन उत्पीड़न किया। वारदात को अंजाम देकर आरोपी फरार हो गया। वारदात के बाद मंगलवार रात को बड़ी संख्या में लोग आक्रोशित हो गए। सैकड़ों ग्रामीणों ने उमरग्राम पुलिस थाने का घेराव कर दिया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच और एसओजी अधिकारियों को शामिल करते हुए अलग-अलग टीमें बनाई।
पुलिस ने बताया कि जब पीड़िता की मां ने आरोपी को अपनी बेटी के साथ पाया तो वह मौके से फरार हो गया। आरोपी महाराष्ट्र जाने वाली ट्रेन में सवार हो गया। बच्ची के माता-पिता ने शाम करीब 6 बजे एफआईआर दर्ज कराई। लोगों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस अधीक्षक करणराज वाघेला ने तुरंत अलग-अलग टीमें गठित कीं और आरोपी की तलाश शुरू कर दी। FIR के कुछ ही घंटों बाद आरोपी को महाराष्ट्र में चलती ट्रेन से गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपी के खिलाफ BNS की धारा 65 (2) (12 साल से कम उम्र की नाबालिग से दुष्कर्म) और POCSO एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि वह आरोपी के खिलाफ 15 दिनों के भीतर चार्जशीट फाइल करेगी। यह घटना ऐसे वक्त में सामने आई है जब कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या की घटना को लेकर लोगों का आक्रोश थमा नहीं है।