यूपी की राजधानी लखनऊ में बुधवार को कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसरों (सीएचओ) और पुलिस के बीच झड़प हो गई। पुलिस ने अटेंडेंस मैनेजमेंट सिस्टम (एएमएस) में बदलाव और स्थायी नौकरी समेत अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन करते हुए एनएचएम ऑफिस की ओर जा रहे कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसरों को दीनदयाल पार्क और मोहन होटल की ओर से रोकने की कोशिश की। इसके बाद दोनों तरफ से जमकर धक्का-मुक्की हुई जिसमें पुलिसवालों के नेम प्लेट, बिल्ला तो कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसरों के एप्रिन, बैग आदि सड़क पर गिर गए। इस दौरान पुलिस ने दोनों ओर से रास्ता रोक दिया। प्रदर्शन का असर चारबाग, केकेसी इलाके के भी यातायात पर पड़ा।
संयुक्त एनएचएम संघ से संबद्ध कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर एसोसिएशन के पूर्व प्रस्तावित आंदोलन के तहत चारबाग एपी सेन रोड स्थित एनएचएम मुख्यालय का घेराव और अनिश्चितकालीन धरना का कार्यक्रम बुधवार से शुरू होना था। 21 अगस्त से अभी तक सीएचओ प्रदेश के 12 हजार जन आरोग्य मंदिर (पीएचसी और हेल्थ सेंटर) पर काली पट्टी बांधकर ऑनलाइन काम बंद किए हुए थे। संघ के प्रदेश महामंत्री योगेश उपाध्याय और सीएचओ एसो. के अध्यक्ष हिमालय कुमार ने बताया कि इसी क्रम में बुधवार को पूरे प्रदेश से बारिश में भीगते हुए सीएचओ आंदोलन के लिए पहुंचे, लेकिन पुलिस और पीएसी के जवान पहले से एनएचएम मुख्यालय जाने वाले मार्ग के दोनों छोर पर महिला और पुरुष सीएचओ को रोकने लगे।
आंदोलन से रोके जाने पर सीएचओ भड़क गए। सीएचओ जबरन जाने लगे और पुलिस से झड़प, धक्का मुक्की होने लगी, जिसमें कई पुलिस वालों के नेम प्लेट, बिल्ला और सीएचओ के एप्रिन आदि सामान सड़क पर गिर गया। हजरतगंज एसीपी अरविंद वर्मा सीएचओ से कहते रहे कि वह सभी आलमबाग गीतापल्ली ईको गार्डेन पार्क जाएं, लेकिन वह सब वहीं डटे हैं।
हिमालय का कहना है कि हम लोगों को शांतिपूर्ण तरीके से बिना यातायात बाधित किए एनएचएम मुख्यालय पर प्रदर्शन और मिशन निदेशक का घेराव करना था, लेकिन पुलिस अफसरों ने जानबूझकर अंदर जाने से रोका। इसी बात पर झड़प और धक्का मुक्की हुई। जब तक मांगें नहीं पूरी होंगी। वह सब सीएचओ डटे रहेंगे।