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राज्यसभा सांसद एवं कांग्रस के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने कहा है कि यह चुनाव सत्ता परिवर्तन का है। बीते दो चरणों के मतदान से यह जाहिर हो गया है कि मोदी सरकार के खिलाफ जबरदस्त अंडर करंट है। बुधवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री अब खुद ही 400 पार का नारा का अपने भाषणों में इस्तेमाल नहीं करते। अब 400 पार तो छोड़िए पीएम मोदी ने मोदी की गारंटी की बात भी कहनी बंद कर दी है और सच तो यह है कि वह फिर अपनी पुरानी बात हिन्दू-मुसलमान पर आ गये हैं।
दुर्भाग्य यह है कि भाजपा के राष्ट्रीय स्तर के नेता भी कांग्रेस के घोषणा पत्र ‘‘न्याय पत्र’’ को लेकर झूठ फैला रहे हैं। इन लोगों ने राजनीति में शुचिता, मर्यादा को एकदम खत्म कर दिया है। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की विरासत को भी भाजपा ने भुला दिया है। श्री शुक्ल ने कहा कि आज की भाजपा कहती है कि इस देश में जो हुआ सब 2014 के बाद ही हुआ।
अपने पुरोधाओं को भूल परायों पर भरोसा
राजीव शुक्ला ने कहा कि अटल बिहारी बाजपेयी से हमारी सैद्धांतिक असहमतियां थीं। मगर भारतीय जनता पार्टी आज अपने ही नेता अटल बिहारी बाजपेयी, मुरली मनोहर जोशी जैसे नेताओं का नाम तक नहीं लेती ना ही प्रचार में उनका कहीं फोटो भी दिखाई देता है। श्री शुक्ला ने कहा कि भाजपा अपने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर रही है और आयातित नेताओं को टिकट बांट रही है। जैसे हरियाणा में 10 में 6 टिकट बाहर से आए नेताओं को दिया गया।
आज भी लगभग 100 से 150 टिकट दूसरी पार्टी के नेताओं को दिए गए हैं। मंत्रिमंडल में नेताओं के बजाय अफसरों को मंत्री बनाया जा रहा है। सभी महत्वपूर्ण मंत्रालय पूर्व अफसरों के पास हैं। बीते दो चरणों के चुनाव में वोटों का प्रतिशत कम रहने का अर्थ है कि भाजपा कार्यकर्ता ही मोदी की भाजपा के खिलाफ खड़ा हो गया है। साथ ही महंगाई और बेरोजगारी को लेकर भी आम मतदाता मोदी सरकार से नाराज है।
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जिन्दगी से खिलवाड़ केन्द्र सरकार जवाब दे
राजीव शुक्ला ने कहा कि कोवीशील्ड वैक्सीन का मामला बहुत ही गंभीर है। चुनावी चंदे के लिए लोगों की जिन्दगी से खिलवाड़ किया गया है। यूके की अदालत में कोवीशील्ड वैक्सीन बनाने वाली कंपनी ने यह स्वीकार किया है कि वैक्सीन लगने की वजह से खून के थक्के जम रहे हैं और प्लेटलेट्स भी गिर रहे हैं, जिसकी वजह से हार्ट अटैक व स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय को आगे आकर इस मसले पर स्पष्टीकरण देना चाहिए।