लखनऊ: बेबी वॉकर पर जब बच्चा बैठकर चलना शुरू करता है तो यकीनन यह देखने में तो बेहद मनमोहक लगता है, लेकिन क्या आपको पता है यही बेबी वॉकर आपके बच्चे की जान ले सकता है और उसके पैरों की हड्डियों पर दुष्प्रभाव डाल सकता है. अगर नहीं तो आपको बता दे किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के डिपार्मेंट ऑफ पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक्स के हेड ऑफ़ द डिपार्टमेंट डॉक्टर विकास वर्मा के पास लगातार इस तरह के मामले आ रहे हैं जिसमें बेबी वॉकर ने बच्चों को गंभीर रूप से चोटिल किया है. उनकी हड्डियां तोड़ी हैं और तो और उनके पैरों की हड्डियों पर दुष्प्रभाव डाला है.
इसके बारे में ज्यादा जानकारी के लिए जब डॉक्टर विकास वर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनके पास लगातार इस तरह के मामले आ रहे हैं, जिसमें लोग अपने बच्चों को बेबी वॉकर दे देते हैं. ऐसे में बच्चा बेबी वॉकर पर बैठकर दौड़ने की कोशिश करता है. दौड़ते-दौड़ते वह किसी टेबल में टकरा गया, गैस के पास गया तो खौलता हुआ दूध या पानी उसके ऊपर गिर गया या कई बार ऐसे मामले आए हैं जिसमें बेबी वॉकर पलट गया. इन सभी मामलों में गंभीर रूप से घायल बच्चे यहां आए हैं, उनका इलाज किया गया है. कई मामलों में तो बच्चों की स्थिति बहुत ज्यादा खराब हो जाती है. ऐसे में लोगों से गुजारिश है कि अपने बच्चों को बेबी वॉकर देने से बचें और उन्हें जमीन पर सामान्य रूप से चलने दें.
पैरों की हड्डियों पर असर
डॉ. विकास वर्मा ने बताया कि बहुत कम उम्र में ही लोग अपने बच्चों को बेबी वॉकर पर बैठा देते हैं. यह सोचते हैं कि वह जल्दी चलना शुरू कर देगा लेकिन ऐसा नहीं है बच्चे चलना तभी सीखते हैं जब उनकी एक उम्र होती है. साथ में यही बेबी वॉकर पर जब लोग कम उम्र में बच्चों को बैठा देते हैं तो वह अपनी कमजोर पैरों की हड्डियों से चलने की कोशिश करता है.
कनाडा में बेबी वॉकर पर प्रतिबंध
कनाडा एक विकसित देश है. इसके बावजूद यहां पर बेबी वॉकर पर प्रतिबंध लगा हुआ है, क्योंकि यहां पर 1990 से लेकर 2014 तक 15 माह से कम उम्र के बच्चों के 230, 000 मामले ऐसे आए थे जिसमें बच्चों को गंभीर रूप से बेबी वॉकर की वजह से चोटें लगी थी, इसीलिए 2014 के बाद कनाडा ने बेबी वॉकर की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया.
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FIRST PUBLISHED : April 30, 2024, 11:54 IST