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Assistant Professor Vacancy: उत्तर प्रदेश के 171 राजकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर या प्रवक्ता के 751 पद खाली हैं। इस वजह से वहां पढ़ाई-लिखाई प्रभावित हो रही है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने अक्टूबर 2020 में 19 विषयों के 128 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला था। उसके बाद तकरीबन चार साल बीतने को है लेकिन नई नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है। वहीं आयोग की ओर से जारी 2024 के भर्ती कैलेंडर में साफ लिखा है कि राजकीय डिग्री कॉलेज में प्रवक्ता की स्क्रीनिंग परीक्षा से संबंधित प्रस्तावित नियमावली को शासन से मंजूरी मिलने के बाद ही भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी।
शिक्षा निदेशालय स्थित उच्च शिक्षा विभाग की ओर से दो चरणों में 583 पदों का अधियाचन आयोग को भेजा जा चुका है। उच्च शिक्षा विभाग के आंकड़ों की मानें तो वर्तमान में 2414 प्रवक्ता कार्यरत हैं और 751 पद खाली पड़े हैं। इनमें से 384 पदों का अधियाचन दो साल पहले 28 अप्रैल 2022 को ही आयोग को भेजा गया था। इनमें प्रवक्ता शारीरिक शिक्षा के 28 पद भी शामिल हैं। उसके बाद ऑनलाइन माध्यम से प्राप्त 198 पदों का अधियाचन चार मार्च को भेजा गया है।
13 साल से प्रवक्ता पुस्तकालय की भर्ती नहीं
राजकीय महाविद्यालयों में प्रवक्ता पुस्तकालय के पदों पर 13 साल से भर्ती नहीं हुई है। आखिरी बार 2011 में लोक सेवा आयोग ने पुस्तकालयाध्यक्ष के पद पर भर्ती की थी। बाद में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की गाइडलाइन के अनुसार इस पद का नाम बदलकर प्रवक्ता पुस्तकालय तो कर दिया गया लेकिन नई नियमावली के अनुसार चयन प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी। दो साल पहले उच्च शिक्षा विभाग को 106 रिक्त पदों की जानकारी मिली थी।
समूह ग के 77 पद भी खाली
राजकीय महाविद्यालयों में लिपिक, लैब सहायक और समकक्ष समूह ग के भी 77 पद खाली हैं। 192 पदों पर कर्मचारी कार्यरत हैं। इन 77 पदों में से 48 पदों का अधियाचन अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को तीन जनवरी 2023 को भेजा गया था।