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UP lok sabha election 2024: लोकसभा चुनाव के लिए बसपा प्रमुख मायावती ने बुधवार को एक और लिस्ट जारी कर दी। इस लिस्ट में तीन लोकसभा प्रत्याशियों का ऐलान किया गया है। शाहजहांपुर की ददरौला सीट पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए भी प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। बलिया की सलेमपुर सीट से बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर को उतारा है। सलेमपुर वही सीट है जहां से लगातार सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर अपना प्रत्याशी उतारने की कोशिश में जुटे थे। यहां से भाजपा ने मौजूदा सांसद रविंद्र कुशवाहा को एक बार फिर टिकट दिया है। भीम राजभर को पहले आलमगढ़ से टिकट दिया गया था। बताया जा रहा है वहां जल्द ही नए उम्मीदवार की घोषणा की जाएगी। बसपा अब तक 67 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। इनमें 19 मुस्लिम, 18 सवर्ण, 15 ओबीसी और 14 एससी प्रत्याशी हैं। एक सिख प्रत्याशी को टिकट दिया है।
इसके अलावा मायावती ने भदोही से इरफान अहमद बबलू को उतारा है। हमीरपुर से निर्दोष कुमार दीक्षित को टिकट दिया गया है। एक ही लिस्ट में मुसलमान, पिछड़ा और ब्राह्मण प्रत्याशियों को मैदान में उतार कर मायावती ने इंडिया गठबंधन ही नहीं एनडीए की भी परेशानी बढ़ाई है। इसके साथ ही शाहजहांपुर की ददरौला सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए भी बसपा ने ब्राह्मण को टिकट दिया है। यहां से सर्वेश चंद्र मिश्रा को उतारा गया है।
सलेमपुर से प्रत्याशी घोषित भीम राजभर मूलरूप से मऊ के रहने वाले हैं। भीम राजभर वर्तमान में महाराष्ट्र बसपा के प्रभारी हैं। वे 2012 में मऊ सदर से मुख्तार अंसारी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। 2022 में वह मुख्तार के बेटे के खिलाफ बसपा के प्रत्याशी रहे। बसपा के टिकट की घोषणा होते ही सलेमपुर का राजनीतिक परिदृश्य साफ हो गया। यहां से भाजपा ने निवर्तमान सांसद रविन्दर कुशवाहा को तीसरी बार मैदान में उतारा है जबकि सपा ने रमाशंकर राजभर को टिकट दिया है, ये बसपा से सांसद रह चुके हैं।
भीम राजभर ने एक अधिवक्ता के तौर पर अपना करियर शुरू किया। 1985 में वह राजनीति में आए। बसपा ने उन्हें 2012 के विधानसभा चुनाव में मऊ सदर विधानसभा सीट से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ अपना प्रत्याशी बनाया था। हालांकि इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। उसके बाद राजभर को आजमगढ़ मंडल का जोनल कोआर्डिनेटर बनाया गया। 15 नवंबर 2020 को उन्हें बसपा ने प्रदेश अध्यक्ष बना दिया। वह 2022 तक बसपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे। 2022 के विधानसभा चुनाव में बसपा मुखिया मायावती ने मुख्तार अंसारी का टिकट काटकर मऊ सदर विधान सभा सीट से भीम राजभर को अपना प्रत्याशी घोषित किया था। इस चुनाव में भीम को मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद मायावती ने भीम राजभर को आजमगढ़-गोरखपुर मंडल का जोनल कोआर्डिनेटर बना दिया था।