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Roadways Bus conductor: रोडवेज में संविदा बस कंडक्टर की एक और मनमानी का खुलासा हुआ है। इस बार यात्रियों के टिकट का 65 हजार रुपये कंडक्टर लेकर एक सप्ताह तक गायब रहा। मामले की शिकायत के बाद पता चला कि आरोपी बस कंडक्टर कैश बैग समय से जमा नहीं करता है। जांच में उजागर हुआ कि आरोपी ने यात्रियों के टिकट का पैसा आईपीएल क्रिकेट मैच के सट्टेबाजी में लगा दिया।
इसका खुलासा उस समय हुआ जब कैसरबाग डिपो के इंजार्च से मिलीभगत कर एक सप्ताह के बाद कैश बैग जमा किया। इस मामले में कैसरबाग डिपो के एआरएम ने संविदा बस कंडक्टर पंकज तिवारी से जवाब-तलब करते हुए उसे बस ड्यूटी से हटा दिया। कैसरबाग डिपो के ड्राइवर बताते है कि जब से आईपीएल का मैच शुरू हुआ है, तब से कंडक्टर पंकज तिवारी मोबाइल पर सट्टा खेलते हुए कई बार देखा गया।
कैसरबाग से पांच अप्रैल को देहरादून गई थी बस
कैसरबाग ड्यूटी रूम के मुताबिक बीते पांच अप्रैल को संविदा बस कंडक्टर पंकज तिवारी बस लेकर दिल्ली गया। वहां से देहरादून जाकर वापस आठ अप्रैल को लखनऊ लौटा। इस दौरान लंबी दूरी के यात्री होने की वजह से कैश बैग में काफी पैसा एकत्र हो गया था। इस पैसे को नौ या दस अप्रैल को जमा करना था। लेकिन कैश बैग जमा करने के बजाए दस दिनों तक पैसा लेकर गायब रहा। इस दौरान सरकारी धन का दुरूपयोग किया गया।
कैसरबाग बस स्टेशन के इंचार्ज एसके गुप्ता की जिम्मेदारी थी कि वह समय रहते कैश बैग जमा कराएं। लेकिन स्टेशन इंचार्ज ने मामले को दस दिनों तक दबाए रखा। मामले की जानकारी है। कंडक्टर से जवाब तलब किया है। फिलहाल उसे रूट ऑफ कर दिया है। जवाब आने के बाद कार्रवाई के लिए फाइल आरएम को भेजी जाएगी। अरविंद कुमार, एआरएम, कैसरबाग डिपो