हाइलाइट्स
सनातन धर्म के मंत्रों में बड़ी शक्ति होती है.
इनके नियमित जाप से बड़ी से बड़ी बीमारी भी दूर की जा सकती है.
Mantra Chanting Rules : वैसे तो मंत्र का अर्थ अपने आप में असीमित है. वैदिक रचनाओं को लिखते समय जो छंद का उपयोग किया जाता है उन्हें मंत्र कहा जाता है. इसके साथ ही देवी देवताओं की स्तुति करने, यज्ञ हवन करने के लिए किए गए शब्द समूहों को मंत्र कहा जाता है. तंत्र शास्त्र के अनुसार मंत्र वो पद या समूह है जो उस देवता की शक्ति को प्रकट करता है और जिसका जाप कर आप उनकी कृपा पा सकते हैं. मंत्रों का जाप करने के लिए कुछ नियम है़ं जिसमें मंत्र का जाप करते समय आंखे बंद होना चाहिए. न्यूज़18 हिंदी को बताया भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा ने कि आंखे बंद कर मंत्रों का जाप क्यों करना चाहिए.
शास्त्रों के अनुसार जब हम मंत्रों का जाप करते हैं तो उसमें उस देवता की ऊर्जा होती है जो हमारे शरीर में बहने लगती है. इसके साथ ही अगर हमारी आंखें खुली होती है तो हमारा ध्यान भटक सकता है क्योंकि खुली आंखों से हम आसपास के वातावरण को देखते हैं. जबकि बंद आंखों से हम मंत्रों से उपजी ऊर्जा को शरीर के अंदर एकाग्रता बढ़ाकर ग्रहण कर सकते हैं.
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आंख बंद करने से हम बाहरी ऊर्जा से कट जाते हैं और बाहरी ऊर्जा हमें अपनी तरफ नहीं खींच पाती है. बाहरी ऊर्जा से कटने के बाद हम आंतरिक और मानसिक रूप से शांत महसूस करते हैं. वहीं आंखें बंद कर हम अपने शरीर के अंदर मौजूद इंद्रियों पर ध्यान केंद्रित कर पाते हैं. इससे सभी इंद्रियां जागती हैं.
हमारा मन बहुत चंचल होता है. जब हम आंखें खुली रखने से ध्यान या मंत्र जाप करते हैं तो ध्यान भटकता रहता है वहीं आंखें बंद कर मंत्र जाप करने से ध्यान लगाने में आसानी होती है.
जब भी आप मंत्र जाप करने के लिए बैठ रहे हैं तो सबसे पहले गायत्री मंत्र ‘ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्’ का जाप करें. यह सर्वसाधक मंत्र है जिससे आपको मंत्र जाप के दौरान ध्यान लगाने में मदद करता है.
आंख खुली रखने से हमारी आंखें आसपास मौजूद वस्तुओं की ओर ध्यान केंद्रित करती हैं. जिससे हम मंत्र की वास्तविक ऊर्जा और जिस देवी या देवता के लिए मंत्र जाप कर रहे हैं उनकी शक्ति का आभास नहीं कर पाते हैं. वहीं, जब हम आंखें बंद करके मंत्रों का जाप करते हैं तो उस मंत्र की ऊर्जा और देवीय रूप के दर्शन कर शक्ति को महसूस कर पाते हैं.
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मंत्र जाप में बैठने से पहले अपने सामने किसी भी भगवान की तस्वीर या मूर्ति को रखें. मंत्र जाप को पूरा करने के बाद आंखें खोलते ही ईश्वर के दर्शन करें इसके बाद ठंडे पानी की बूंदें मुंह में अवश्य रूप से डालें ताकि मंत्रों का तेज शरीर के अंदर बना रहे.
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Tags: Astrology, Dharma Aastha, Religion
FIRST PUBLISHED : April 17, 2024, 10:54 IST