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RO ARO Paper Leak: समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी(आरओ-एआरओ) भर्ती परीक्षा का पेपर लीक कहां से हुआ, इसका अभी तक पता नहीं चला है। लखनऊ एसटीएफ पेपर लीक करने के आरोपी सुभाष प्रकाश की तलाश में छापेमारी कर रही है। अब तक जांच से पता चला है कि सुभाष को पटना के किसी कोचिंग संचालक ने पेपर दिया था। सुभाष ने पेपर राजीव नयन को शेयर किया। इसके बाद यूपी में वायरल करके अभ्यर्थियों को उत्तर रटाया गया। इस रैकेट में शामिल सुभाष और डॉ. शरद की तलाश जारी है।
लखनऊ एसटीएफ ने यूपी पुलिस के बर्खास्त सिपाही अरुण कुमार सिंह और सौरभ शुक्ला को गिरफ्तार कर आरओ-एआरओ पेपर लीक का पर्दाफाश किया था। अरुण ने खुलासा किया था कि मेजा के इंजीनियर राजीव नयन मिश्र ने आरओ-एआरओ पेपर का इंतजाम कराया था। मेरठ एसटीएफ ने राजीव को गिरफ्तार किया। राजीव ने बयान दिया कि उसे भोपाल में रहने वाले सुभाष प्रकाश ने आरओ-एआरओ का पेपर दिया था। उस वक्त वह गुजरात में बैठा था। सुभाष भोपाल में था।
सुभाष को पटना के एक कोचिंग संचालक ने पेपर दिया था। इस तरह से बिहार से आरओ-एआरओ का पेपर मध्य प्रदेश होकर यूपी तक पहुंचा था। इस रैकेट का पूरा खुलासा अब सुभाष प्रकाश की गिरफ्तारी के बाद होगा। एसटीएफ आरोपी सुभाष की तलाश में मध्य प्रदेश से लेकर बिहार तक छापामारी कर रही है। सुभाष ही खुलासा करेगा कि आरओ-एआरओ का पेपर कहां से लीक हुआ।
परीक्षा केंद्र पहुंचने से पहले ही लीक हो गयाथा पेपर?
आरओ और एआरओ का पर्चा का पर्चा प्रिटिंग प्रेस से निकला फिर ट्रेजरी पहुंचा और बाद में परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाया गया। एसटीएफ क जांच पड़ताल में कुछ ऐसे साक्ष्य मिले हैं जिससे परीक्षा केंद्र पहुंचने से पहले ही पर्चा लीक होने की बात सामने आई है।