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Action Against Amarmani Tripathi: बस्ती के व्यापारी राहुल मद्धेशिया के अपहरण के 22 साल पुराने मामले में फरार चल रहे पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी के नौतनवा आवास पर शनिवार को कुर्की करने पुलिस पहुंची। बस्ती एवं नौतनवा पुलिस उनके आवास एक हिस्से में कुर्की की कार्रवाई कर लौट गई। एमपी-एमएलए कोर्ट ने पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी को अपहरण मामले में फरार घोषित कर रखा है। अदालत ने बस्ती प्रशासन को देश में मौजूद अमरमणि त्रिपाठी की संपत्तियों का ब्योरा जुटा कर कुर्क करने का निर्देश दिया है। बस्ती कोतवाली निरीक्षक अनिल कुमार यादव एवं उप निरीक्षक जयप्रकाश पांडेय, अमरमणि के नौतनवा की संपत्ति को स्थानीय पुलिस एवं तहसील प्रशासन के सहयोग से कुर्क करने पहुंचे।
मौके पर मौजूद राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने अमरमणि के नाम पर कोई भी संपत्ति अभिलेखों में दर्ज होने से इनकार कर दिया। हालांकि बस्ती पुलिस ने अमरमणि के नौतनवा आवास का कुछ हिस्सा 81बी नौतनवा नगर पालिका द्वारा दिए गए आख्या के हिसाब से कुर्क करने की कार्रवाई की और लौट गई।
चार महीने से चल रही थी कुर्की की प्रक्रिया
अमरमणि त्रिपाठी की लखनऊ और महराजगंज में अचल संपत्ति के बारे में पुलिस को जानकारी मिली थी। उसे कुर्क करने के लिए एसपी गोपालकृष्ण त्रिपाठी ने पांच टीमों का गठन किया था। यह प्रक्रिया बीते चार महीने से चल रही है। मामले की विवेचना करने वाली कोतवाली पुलिस गोरखपुर में अमरमणि के आवास पर जाकर धारा 82 का नोटिस चस्पा कर चुकी थी।
22 साल पुराना है मामला
बस्ती कोतवाली क्षेत्र के गांधीनगर के धर्मराज गुप्ता के बेटे राहुल मद्धेशिया का 6 दिसंबर साल 2001 को अपहरण हो गया था। तब पुलिस ने तत्कालीन विधायक अमरमणि त्रिपाठी के लखनऊ स्थित आवास से बच्चे को बरामद किया था। इस मामले में पुलिस ने पूर्व विधायक समेत नौ लोग केस दर्ज किया था।