नई दिल्ली: कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए गौरव वल्लभ ने आज इंडिया टीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस को लेकर कई खुलासे किए। वहीं उन्होंने कांग्रेस के नेतृत्व पर भी हमला किया। एक सवाल के जवाब में गौरव वल्लभ ने कहा कि कांग्रेस में शीर्ष नेतृत्व के पास निर्णय लेने का एक प्रतिशत भी अधिकार नहीं है। मल्लिकार्जुन खरगे एक अच्छे व्यक्ति हैं, लेकिन उनके पास कोई पावर नहीं है।
कांग्रेस में काम करने का स्ट्रक्टर नहीं है?
गौरव वल्लभ से पूछा गया कि क्या कांग्रेस पार्टी में काम करने का स्ट्रक्चर नहीं है? इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि “पहले जब राहुल गांधी अध्यक्ष थे तो कम से कम एक व्यक्ति तो था जो निर्णय लेता था, अब जो भी निर्णय ले रहे हैं उनको ग्राउंड रियलिटी पता ही नहीं है।” आगे उन्होंने कहा कि “कांग्रेस वर्किंग कमेटी में 100 सदस्य हैं। उसमें से मात्र 3 या 4 लोग चुनाव लड़ रहे हैं। बाकी लोग डरते हैं। राहुल गांधी को पहले इन CWC वालों को सिखाना चाहिए क्योंकि ये सभी डरपोक हैं। हम डरते नहीं है। हमें जितनी बार जहां से कहा गया उतनी बार हमने चुनाव लड़ा।”
आइडियोलॉजी में कहां कमी आ गई?
गौरव वल्लभ से जब पूछा गया कि फिर आइडियोलॉजी में कहां कमी आ गई है? इस पर उन्होंने कहा कि जब राम मंदिर का निमंत्रण ठुकरा दिया तो यही है कि वह राम में विश्वास नहीं करते और जो राम का नहीं वो किसी काम का नहीं। उन्होंने कहा कि मेरे को कांग्रेस के एक शीर्ष नेता ने बुलाया और कहा कि आपका नाम कांग्रेस वर्किंग कमेटी में है। जब 10 दिन बाद लिस्ट आई तो मेरा नाम नहीं था। जब बाद में मैने उनसे पूछा तो बोले कि “धर्म की सोच इज डज नॉट शूट अस”।
यहां देखें गौरव वल्लभ का पूरा इंटरव्यू-
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