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बसपा सुप्रीमो मायावती ने लोकसभा चुनाव से पहले कांशीराम के समय का चार दशक पुराना नारा ‘वोट हमारा, राज तुम्हारा, नहीं चलेगा’ दिया था। अब मायावती की गुरुवार को हो रहीं चुनावी सभा से ठीक पहले पार्टी की ओर से जो सूचना दी गई है उसमें ‘बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय’ नारे का प्रयोग किया गया है। पिछले चुनावों तक बसपा के पोस्टरों में ‘सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय’ का नारा हुआ करता था। मायावती के भतीजे आकाश आनंद भी पहली बार इस चुनाव में खुलकर प्रचार कर रहे हैं।
आकाश आनंद भी प्रचार के दौरान वह भी बहुजन समाज की बातें ही कर रहे हैं। एक दिन पहले ही बरेली में आकाश ने कहा था कि कांशीराम साहेब ने कहा है कि बहुजन समाज एक हाथी की तरह है। वह बहुत मजबूत और मेहनतकश लोगों का समाज है। मेहनत करने वाले कभी रुकते नहीं हैं और मजबूत इरादों वाले कभी झुकते नहीं हैं। अब समय आ गया है ये बताने का कि ये हाथी अब झुकेगा नहीं।
बसपा सुप्रीमो मायावती गुरुवार को महाराष्ट्र के नागपुर के इंदौर क्षेत्र स्थित बेजोन बाग मैदान में दोपहर बाद आयोजित सभा से चुनावी अभियान की शुरुआत करने जा रही हैं। यह इस लोकसभा चुनाव से पहले पहली जनसभा है। पार्टी ने उनके कार्यक्रम की सूचना देते हुए कहा गया है कि देश में ‘बहुजन हिताय व बहुजन सुखाय’ के व्यापक हित व कल्याण के मद्देनजर ही बसपा इस लोकसभा आमचुनाव में किसी भी पार्टी या गठबंधन से कोई तालमेल या समझौता किए बिना ही पूरे देश में अपनी पार्टी के लोगों के ही तन, मन, धन के बल पर पूरी तैयारी व दमदारी के साथ अकेले यह संसदीय आमचुनाव लड़ रही है।
बसपा सुप्रीमो द्वारा अभी तक ‘सर्वजन सुखाय व सर्वजन सुखाय’ की बात की जा रही थी, लेकिन बसपा धीरे-धीरे कांशीराम के पैटर्न पर लौट रही है। उनके द्वारा पार्टी स्थापना के समय शुरू किए गए कॉडर कैंप को इस बार कोआर्डिनेटरों की देखरेख में गांव-गांव चलाया गया। कहना गलत न होगा कि बसपा अब ‘बहुजन हिताय बहुजन सुखाय के नारे पर लौट आई है।