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बागेश्वर धाम के महंत धीरेन्द्र शास्त्री अली को लेकर अपने विवादित टिप्पणी पर अब बैकफुट पर आ गए हैं। उन्होंने वीडियो जारी कर माफी मांगी है। इसके बाद भी मुस्लिम समुदाय उनके खिलाफ आक्रोशित है। लखनऊ में कई मौलानाओं ने शुक्रवार को चौक कोतवाली में तहरीर दी। शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास नकवी के नेतृत्व में कोतवाली पहुंचे मौलाना ने धीरेंद्र शास्त्री पर केस दर्ज करने की मांग की। फिलहाल केस तो नहीं दर्ज हुआ है लेकिन पुलिस ने कहा है कि जांच हो रही है।
वहीं, धीरेन्द्र शास्त्री ने एक वीडियो जारी कर सफाई दी कि वह हर मजहब का सम्मान करते हैं। उनका मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था। कुछ लोगों ने बजरंग बली की बात को मौला अली से षडयंत्र के तहत जोड़ कर दुष्प्रचार किया। किसी को उनकी बात से ठेस पहुंची है तो वह क्षमा प्रार्थी हूं। पुलिस ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। अभी एफआईआर नहीं दर्ज की गई है। डीसीपी दुर्गेश कुमार ने बताया कि धीरेन्द्र शास्त्री ने वीडियो जारी कर माफी मांग ली है। तहरीर पर जांच की जा रही है।
सैफ अब्बास ने कहा कि पहले भी हिन्दू समाज के लोगों ने ही धीरेंद्र शास्त्री के ढोंगी बताते हुए केस दर्ज कराने की मांग की थीय़ उनके खिलाफ पहले भी कई शिकायतें आ चुकी हैं। धीरेंद्र शास्त्री की टिप्पणी पर मुस्लिम समुदाय खुलकर जवाब देगा। अली के बारे में गलत टिप्पणी बर्दाश्त नहीं होगा।
गौरतलब है कि बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री अक्सर चर्चाओं में रहते हैं। वह लोगों का मन पढ़ लेने का दावा करते हैं। उनके दरबार में लाखों की संख्या में लोग पहुंचते हैं। वह बिना बताए ही लोगों की समस्या बताकर लोगों को अचंभित कर देते हैं। उनके भक्तों का उन पर अटूट विश्वास है। काफी लोग उन्हें बाबा नहीं भगवान की तरह भी पूजते हैं।