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कोर्ट की ओर से भगोड़ा घोषित बरेली 2010 दंगे का मास्टरमाइंड इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा पुलिस को नहीं मिल रहा है। उस पर गैर जमानती वारंट जारी है, लेकिन बीच-बीच में वह मीडिया को बयान दे रहा है। बुधवार को भी उनका एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें कह रहा है कि जेल भेजकर मेरी हत्या की साजिश रची जा रही है।
निचली अदालत से भगोड़ा घोषित होने के बाद राहत के लिए मौलाना तौकीर हाईकोर्ट गए था। वहां भी उसे 27 मार्च तक निचली अदालत में ही सरेंडर करने का आदेश दिया गया। इसी बीच केस ट्रांसफर की अर्जी पर सुनवाई करते हुए जिला जज की कोर्ट ने फास्ट ट्रैक कोर्ट से बरेली दंगा प्रकरण की सुनवाई अपने यहां करने के आदेश दे दिए। तब 21 मार्च की रात तौकीर ने मीडिया को बयान दिया था। भाजपा और कोर्ट पर खूब बरसे था। इसके बाद 27 को सरेंडर के लिए हाईकोर्ट से निर्धारित तिथि के दो दिन पहले मौलाना तौकीर अस्पताल में भर्ती हो गया और निचली अदालत में नहीं पहुंचा। 1 अप्रैल को जिला जज की कोर्ट ने सुनवाई के दौरान उस पर फिर गैर जमानती वारंट के साथ फरारी के भी आदेश जारी कर दिया। अब आठ अप्रैल को सुनवाई होनी है। आठ तक वह कोर्ट में पेश नहीं होगा तो कुर्की-जब्ती की भी कार्रवाई हो सकती है। इसी बीच एक बार फिर मौलाना के मीडिया को बयान देने का वीडियो ‘मौलाना तौकीर रजा’ नाम के चैनल पर अपलोड किया गया है। यह वीडियो कई ग्रुपों में वायरल है।
वीडियो में तौकीर कह रह है, ‘मुझे भगोड़ा करके बदनाम किया जा रहा है। इसलिए मजबूरन हॉस्पिटल से छुट्टी ली है। डॉक्टरों ने सख्त हिदायत दी है कि जब तक ओपन हार्ट सर्जरी न हो जाए बेड रेस्ट करेंगे। उसने कहा कि हम भागने वालों में से नहीं, चुनौतियों का सामना करने वाले हैं। ईमानदारी से काम होगा तो हम सहयोग करेंगे। बेईमानी की जाएगी तो बर्दाश्त नहीं करेंगे। मौलाना ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट पर उसे पूरा भरोसा है, लेकिन न्यायपालिका के कुछ लोग लालच में धर्म पर फैसला दे रहे हैं। उन्हें लालच है कि रिटायरमेंट के बाद भाजपा उन्हें राज्यपाल बना देगी। राज्यसभा मिल जाएगी या लोकसभा का टिकट मिल जाएगा।’
मुख्तार अंसारी को जहर देकर मरवाया, दर्ज हो 302 का मुकदमा
तौकीर ने कहा कि जेल में मुख्तार अंसारी को भी जहर देकर मारा गया। मुख्तार अंसारी प्रकरण पर 302 का मुकदमा दर्ज हो और दोषियों को जेल भेजा जाना चाहिए। आगे मौलाना ने कहा कि मुझे मुख्तार की तरह जहर देकर मार डालो या अतीक, अशरफ की तरह अपने गुंडों से पुलिस की मौजूदगी में गोली मरवा दो। अगर इसी तरह मेरी हत्या करना मकसद है तो इसके लिए भी मैं तैयार हूं। मेरी आवाज दबाने, मुझे गिरफ्तार करने और झूठे इल्जाम लगाने जैसी तमाम कोशिशें हो रही हैं।
गृहमंत्री के बयान पर चुनाव आयोग संज्ञान ले
मौलाना ने कहा, ‘मैं ईमानदारी से न्याय, लोकतंत्र और संविधान की हिफाजत की बात करता हूं। कुछ लोग संविधान बदल देना चाहते हैं। वैसे लोगों के निशाने पर मैं हूं। एक मंच से गृहमंत्री ने बयान दिया था कि हमने निजाम से मुक्ति दिलाई है। नसीमुद्दीन और आजम खां से निजात दिलाई। अतीक, अशरफ से निजात दिलाई। सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग को भी इस बयानबाजी पर संज्ञान लेना चाहिए। मगर संज्ञान मुझ पर लिया जा रहा है। मेरे खिलाफ झूठे मुकदमे लगा दिए जाएंगे।’