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UPHESC assistant professor vacancy : जून और दिसंबर 2022 के संयुक्त सत्र, जून 2023 और दिसंबर 2023 में यूजीसी नेट ( UGC NET ) उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में विज्ञापन संख्या 51 के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों पर भर्ती में अवसर देने की मांग की है। इन अभ्यर्थियों ने मंगलवार को नवगठित उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा आयोग एलनगंज के बाहर प्रदर्शन करके आवेदन का अवसर प्रदान करने की मांग उठाई। पवन यादव, आशीष सिंह, आदित्य सिंह, जयकिशन सिंह, अमित पटेल, संदीप वर्मा, अनुभव उपाध्याय, कार्तिके त्रिपाठी, कृष्णा सिंह व राज शुक्ला का कहना है कि कोरोना के कारण विविध शिक्षण एवं परीक्षा सत्र नियत समय पर संचालित नहीं हो सके। परिणामस्वरूप अनेक अभ्यर्थी नेट परीक्षा की तैयारी के बाद भी परीक्षा समय से आयोजित न होने के कारण सहायक प्रोफेसर भर्ती के लिए वांछित योग्यता हासिल नहीं कर पाए।
विभिन्न आयोगों ने कोरोना से प्रभावित विद्यार्थियों को आवेदन एवं अन्य विविध अवसर प्रदान किए हैं। लिहाजा आग्रह है कि विद्यार्थियों के हित में विज्ञापन संख्या 51 के आवेदन पोर्टल को एक सप्ताह के लिए पुन खोलने की कृपा करें। अन्यथा की स्थिति में न्यायालय की शरण में जाने के लिए बाध्य होंगे।
यूजीसी नेट जून 2024 के लिए आवेदन इसी सप्ताह से संभव
यूजीसी नेट जून 2024 के लिए आवेदन इसी सप्ताह से शुरू हो सकते हैं। अभ्यर्थी यूजीसी नेट आधिकारिक वेबसाइट ugcnet.nta.nic.in व nta.ac.in पर जाकर अपना एप्लीकेशन फॉर्म भर सकेंगे। देश भर के विश्वविद्यालयों और अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों में जूनियर प्रोफेसर फेलोशिप और असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए यूजीसी की नेट परीक्षा का आयोजन किया जाता है। इस बार यूजीसी नेट परीक्षा के जरिए पीएचडी करने की भी पात्रता मिलेगी। अभी तक यूजीसी नेट परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को दो तरह की कैटेगरी में बांटा जाता था – पहली कैटेगरी में वे अभ्यर्थी होते थे जिन्हें जेआरएफ और असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती की पात्रता मिलती थी। जेआरएफ में छात्रों को पीएचडी में प्रवेश के साथ पांच साल तक फैलोशिप भी मिलती है। विश्वविद्यालय अभी भी जेआरएफ एवं नेट उत्तीर्ण छात्रों को पीएचडी में प्रवेश को वरीयता देते हैं लेकिन जो इनमें उत्तीर्ण नहीं हैं उन्हें संबंधित विश्वविद्यालय की पीएचडी प्रवेश परीक्षा का इंतजार करना पड़ता है। लेकिन अब यूजीसी बड़े बदलाव के तहत नेट परीक्षा में तीसरी कैटेगरी शामिल करने जा रहा है। तीसरी कैटेगरी के वे अभ्यर्थी होंगे जिन्हें पीएचडी करने की पात्रता मिल जाएगी।