ऐप पर पढ़ें
शिक्षक आंदोलन और बहिष्कार के बावजूद यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा 2024 की 2.85 करोड़ कॉपियों का मूल्यांकन रिकॉर्ड 12 दिन में पूरा कर लिया। इसी के साथ पूरी मशीनरी 55 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं का परिणाम तैयार करने में जुट गई है। मूल्यांकन के बाद छात्रों के अंक कम्प्यूटर में फीड होकर एक चार्ट के रूप में तैयार होंगे। इसके साथ ही छात्रों की मार्कशीट तैयार करने का काम भी शुरू हो जाएगा।
उम्मीद की जा रही है कि एक महीने के अंदर और अप्रैल के अंत तक 10वीं, 12वीं का परिणाम घोषित हो जाएगा। सूत्रों के अनुसार, 259 केंद्रों पर उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन पूरा होने के बाद परीक्षार्थियों के प्राप्तांक फीडिंग का काम तेज कर दिया गया है। रोल नंबर के अनुसार प्राप्तांक अंकपत्र पर चढ़ाने के बाद उनकी क्रॉस चेकिंग की जाएगी। जिन परीक्षार्थियों के अंक नहीं चढ़े होंगे उनके संबंधित जिले से रिपोर्ट लेकर नंबर चढ़ाया जाएगा। उसके बाद अंतिम रूप से सभी परीक्षार्थियों के परिणाम की जांच होगी ताकि किसी का परिणाम अधूरा न रह जाए। 2023 की बोर्ड परीक्षा में भी किसी परीक्षार्थी का परिणाम अधूरा नहीं था।
यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, नकलविहीन परीक्षा और शुचितापूर्ण मूल्यांकन माध्यमिक शिक्षा परिषद के मार्गदर्शक सिद्धांत रहे हैं। बोर्ड मूल्यांकन में पहली बार स्थापित कमांड कंट्रोल रूम से सभी 259 मूल्यांकन केंद्रों की निगरानी के परिणाम स्वरूप रिकॉर्ड 12 कार्यदिवसों में ही इस बार मूल्यांकन कार्य पूरा कर लिया गया है।
आपको बता दें कि यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 22 फरवरी 2024 से दो पालियों में हुई थीं। यूपी बोर्ड हाईस्कूल की परीक्षा 22 फरवरी से 7 मार्च 2024 तक चलीं थी जिसके लिए 29 लाख से ज्यादा छात्रों ने पंजीकरण कराया था। वहीं यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 22 फरवरी से 9 मार्च 2024 तक चलीं जिसके लिए करीब 25 लाख से ज्यादा छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। छात्र संख्या के हिसाब से यूपी बोर्ड दुनिया का सबसे बड़ा बोर्ड है। इस बार करीब 55 लाख छात्रों के लिए 7864 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। हालांकि पिछले वर्ष इससे करीब 900 परीक्षा केंद्र अधिक थे।