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Ram Mandir: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पूजा-अर्चना की थी। इसके लिए उन्होंने 11 दिनों का विशेष अनुष्ठान भी रखा था। अब पीएम मोदी ने खुलासा किया है कि जब उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन रामलला को देखा तो पहली बार उनकी नजर कहां पर गई। इसके अलावा, पीएम मोदी ने यह बताया कि उन्हें लगा कि जैसे रामलला उनसे कह रहे थे कि अब स्वर्णिम युग और भारत का समय आ गया है।
दक्षिण भारत के थंती टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ”रामलला के सामने पहुंचा तो पहली नजर उनके चरण पर गई और दूसरी नजर उनकी आंखों पर गई। वहीं मैं अटक गया। कुछ पल तो मेरा ध्यान बस रामलला पर ही था। मेरे मन में विचार भाव प्रकट हुए कि रामललाजी मुझे कह रहे हैं कि अब स्वर्णिम युग शुरू हो गया है। भारत के दिन आ गए हैं। भारत आगे बढ़ रहा है। मैं जो व्यक्तिगत अनुभूति कर रहा था, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।”
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर आरोप भी लगाए गए कि इसे जानबूझकर लोकसभा चुनाव से पहले प्लान किया गया। इन आरोपों से जुड़े एक सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया, उसके आधार पर ही राम मंदिर बनना शुरू हुआ। उसे बनाने वाले लोग अलग, ट्रस्ट अलग था। हो सकता है कि समय ईश्वर ने ही तय किया हो। वरना उसी समय सुप्रीम कोर्ट का फैसला आना, फिर निर्माण शुरू होना और फिर प्राण प्रतिष्ठा होना। इसमें किसी मनुष्य का रोल ही नहीं दिखता है, क्योंकि एक के बाद एक हो रहा है। जिसने जजमेंट दिया उसे भी नहीं मालूम हो कि 2024 चुनाव से पहले यह मामला खड़ा हो जाएगा।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पीएम मोदी ने यह भी बताया कि मुझे अयोध्या के ट्रस्ट से निमंत्रण मिला था। पीएम को कई निमंत्रण आते हैं, लेकिन इस निमंत्रण ने मुझे झकझोर दिया। जब से निमंत्रण मिला, तब से मैं एक प्रकार से उस आध्यात्मिक वातावरण में डूबता चला गया। मेरे पास इसे बयां करने के शब्द नहीं हैं। मैंने तय किया कि मैं 11 दिनों तक अनुष्ठान करूंगा और यह दक्षिण में भगवान राम से जुड़ीं जगहें हैं, वहां समय बिताऊंगा।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अयोध्या में राम मंदिर बनना शुरू हुआ था। इस साल 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे विधि-विधान से राम मंदिर के गर्भगृह रामलला को प्रतिष्ठित किया। प्राण प्रतिष्ठा के लिए पीएम मोदी ने विशेष अनुष्ठान रखा। इस दौरान वे 11 दिन से उपवास पर थे और जमीन पर भी सोए। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पूरा होने के बाद मंच पर चरणामृत पिलाकर पीएम मोदी का उपवास तोड़ा गया। इस दौरान देशभर में दिवाली जैसा माहौल दिखा और लोगों ने पटाखे फोड़ते हुए अपने घरों में दीपक भी जलाए।