ऐप पर पढ़ें
CBSE Board Exams : 9वीं-10वीं में अब प्रैक्टिकल का भी सिलेबस होगा। सीबीएसई ने नए सत्र से इसे लागू किया है। अब तक 9वीं-10वीं में छात्रों को प्रैक्टिकल में इंटरनल असेसमेंट ही होता था। प्रैक्टिकल की महज कुछ कक्षाएं ही निर्धारित थी। सीबीएसई ने अब हर विषय के लिए अलग से प्रैक्टिकल का पाठ्यक्रम जारी किया है। सोशल साइंस समेत कई विषय के टॉपिक के पढ़ाने के तरीके में भी बदलाव किया गया है। आंतरिक मूल्यांकन के नाम पर मल्टीपल एसेसमेंट, विषय इनरीचमेंट होता था। इसके नाम परकागजी खानापूर्ति होती थी।
थ्योरी के साथ प्रैक्टिकल की भी घंटी निर्धारित स्कूलों में साइंस समेत अन्य विषय में थ्योरी के साथ ही प्रैक्टिकल की भी घंटी निर्धारित की गई है। हर पाठ में अगर पांच से छह टॉपिक है तो हर टॉपिक को थ्योरी और प्रैक्टिकल में बांटा गया है। यही नहीं, प्रैक्टिकल से संबंधित सवाल भी परीक्षा में पूछे जाएंगे। सीबीएसई काउसंलर डॉ. प्रमोद कुमार ने बताया कि अब चूंकि केस बेस्ड सवाल पूछे जा रहे हैं। ऐसे में प्रैक्टिकल को हर चैप्टर से जोड़ कर अनिवार्य किया गया है। सभी स्कूलों में मैथ लैब भी बनेंगी। प्रैक्टिकल में बच्चों को थ्योरी से संबंधित सवाल को लैब में करके दिखाना है। कितनी घंटी सप्ताह में प्रैक्टिकल की हुई।
सीबीएसई बोर्ड रिजल्ट का इंतजार:
सीबीएसई बोर्ड 10वीं, 12वीं की परीक्षाएं 15 फरवरी 2024 से शुरू हुई सीबीएसई बोर्ड की कक्षा दसवीं की परीक्षाएं 13 मार्च को समाप्त हो गई थी। परीक्षा के आखिरी दिन छात्रों ने कंप्यूटर एप्लीकेशन की परीक्षा दी थी। परीक्षा का आयोजन एक ही शिफ्ट (सुबह 10.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक) में किया गया था। सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं समाप्त होने बाद अब स्टूडेंट्स रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि,अभी सीबीएससी की ओर से रिजल्ट जरी होने की तारीख और समय की घोषणा नहीं की गई है। पिछले साल रिजल्ट 12 मई 2023 को जारी किए गए थे, जिसमें 93.12 प्रतिशत छात्रों ने सफलता हासिल की थी। आपको बता दें, 10वीं कक्षा के रिजल्ट छात्रों के शैक्षणिक करियर में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। जिसके बाद एक छात्र निर्णय लेता है कि कक्षा 11वीं में कौनसी स्ट्रीम से आगे की पढ़ाई करनी है।