नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवा ने अपनी गिरफ्तारी और रिमांड के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया है। उन्होंने अपनी गिरफ्तारी और 22 मार्च, 2024 को ट्रायल कोर्ट द्वारा पारित रिमांड के आदेश को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी है। केजरीवाल की ओर से दी गई अर्जी में कहा गया है कि उनकी गिरफ्तारी और रिमांड दोनों आदेश अवैध हैं, उन्हें तुरंत हिरासत से रिहा कर देना चाहिए। केजरीवाल की ओर से इस अर्जी पर तुरंत सुनवाई की मांग की गई है। याचिका में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश से रविवार 24 मार्च को तत्काल इस पर सुनवाई करने की मांग की गई है।
ईडी की हिरासत से केजरीवाल का संदेश
इससे पहले आज अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता ने शनिवार को पहली बार एक संदेश पढ़ा जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी जिंदगी का प्रत्येक क्षण देश की सेवा के लिए समर्पित रहा है। ईडी की हिरासत से दिए एक संदेश में दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी जेल उन्हें अंदर नहीं रख सकती है और वह जल्द ही लौटेंगे। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि ऐसा कभी नहीं हुआ कि वह कोई भी वादा पूरा करने में असफल रहे हों। उन्होंने महिलाओं को उस योजना के क्रियान्वयन का भी आश्वासन दिया जिसके तहत योग्य लाभार्थियों को हर महीने 1,000 रुपये दिए जाएंगे।
जिंदगी का हर क्षण देश की सेवा को समर्पित
केजरीवाल ने कहा, ‘‘अंदर रहूं या बाहर रहूं, मेरी जिंदगी का हर क्षण देश की सेवा को समर्पित है। मेरे खून का एक-एक कतरा देश को समर्पित है।’’ उन्होंने कहा कि उनका जन्म संघर्षों के लिए हुआ है और वह भविष्य में भी बड़ी चुनौतियों के लिए तैयार हैं। केजरीवाल ने यह भी कहा कि भारत को दुनिया का सबसे मजबूत और महान देश बनाना है। उन्होंने कहा कि कुछ आंतरिक और बाहरी ताकतें देश को कमजोर करने का प्रयास कर रही हैं और इनसे लड़ने की जरूरत है। ‘आप’ नेता ने महिलाओं से मंदिरों में जाने और उनके लिए आशीर्वाद मांगने की भी अपील की।