नई दिल्ली : दिल्ली के अपोलो अस्पताल में ब्रेन सर्जरी के बाद सदगुरु जग्गी वासुदेव ने अस्पताल में एक कविता लिखी है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने इस कविता के शेयर किया है। इस कविता का शीर्षक है ‘लॉस्ट मी इन यू’।
उन्होंने लिखा, ‘अत्यधिक दर्द और आनंद में, अति-उत्साह और समभाव में…अंदर की यांत्रिकी को जानने के इस विज्ञान ने मुझे एक पल के लिए भी निराश नहीं किया। चरम अनुशासन और परित्याग का जीवन जीते हुए, चोटियों, घाटियों और मैदानों को पार करते हुए, मैं क्यों अभी भी यहां हूं।’
सिर्फ आप और आप….
सदगुरु ने आगे लिखा, ‘सिर्फ आपके लिए प्यार, सिर्फ आप और आप… और उन सभी के लिए प्यार जो चलायमान हैं और जो अचल हैं। आप सभी की ओर से एक जबरदस्त प्यार। आपके प्यार में लिपटे रहने के लिए हमेशा आभारी हूं। जब से मैंने खुद को तुममें खो दिया है तब से तुम और मैं कहां हैं।’
स्वास्थ्य में लगातार हो रहा सुधार-ईशा फाउंडेशन
इस बीच, ईशा फाउंडेशन ने पहले जानकारी दी कि सद्गुरु की तबीयत ठीक हो रही है। ईशा फाउंडेशन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कहा, “सदगुरु ठीक हो रहे हैं और लगातार उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। हम सभी से मिल रहे प्यार और समर्थन के लिए बेहद आभारी हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सद्गुरु से बात की और उनके अच्छे स्वास्थ्य और शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
17 मार्च को हुई थी सदगुरु की ब्रेन सर्जरी
इशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव ब्रेन में रक्तस्राव होने के कारण रविवार, 17 मार्च को अपोलो अस्पताल में उनकी सर्जरी की गई थी। 66 वर्षीय सद्गुरु ईशा फाउंडेशन के संस्थापक हैं और उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के लिए ‘मिट्टी बचाओ’ और ‘रैली फॉर रिवर्स’ जैसे अभियान शुरू किए हैं। इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल से दी गई जानकारी के मुताबिक मस्तिष्क में रक्तस्राव को दूर करने के लिए 17 मार्च को उनकी सर्जरी की गई थी। सर्जरी के बाद सद्गुरु को वेंटिलेटर से हटा दिया गया और उनके स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है।’