आयुष तिवारी/कानपुर. कानपुर में गणेश महोत्सव को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है. गणेश महोत्सव के लिए कारीगर मूर्तियों को अंतिम रूप देने में लगे हुए है. तैयारियां लगभग अंतिम चरण में है. 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी है. शहर के गोल चौराहे पर कारीगर मूर्तियों को बना रहे है. यहां पर 1 फिट से लेकर 10 फिट तक गजानन की मूर्तियां बन रही है.गणेश महोत्सव को लेकर कानपुर के गोलचौराहे में राजस्थान से आये कारीगर नागाराम बताते है कि यहा पर हम लोग 4 महीने पहले से आकर मूर्तियों को बनाने में जुट जाते है. यहां पर बनी मूर्तियां प्रदेश के कई जिलों में जाती है. 1 फिट से लेकर 10 फिट तक यहाँ पर मूर्तियां बनती है. 500 रुपये से लेकर 16 हजार तक कि मूर्तियां है.
मूर्ति कारीगर ने बताया कि इस वर्ष महंगाई का असर गणेशजी की मूर्ति पर भी पड़ने लगा है. यहां मिट्टी के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. वहीं मूर्ति निर्माण में सहायक अन्य सामग्री के दाम में भी वृद्वि के चलते गणेश जी की प्रतिमा की कीमत इस साल बढ़ गई है.
भगवान गणेश की मूर्ति से जुड़े नियम
जब भी भगवान गणेश की प्रतिमा घर पर लाएं तो सबसे पहले उनके सूंड़ पर ध्यान दें. वास्तु अनुसार दाहिनी तरफ सूंड वाले भगवान गणेश को सिद्धिविनायक कहा जाता है.वहीं बाईं तरफ सूंड़ वाले गणेश जी को वक्रतुंड कहा जाता है. अगर आप घर में गणेश जी की प्रतिमा स्थापित कर रहे हैं, तो ध्यान रखें कि मूर्ति वक्रतुंड गणेश जी की हो. अर्थात गणेश जी की ऐसी प्रतिमा लें जिसमें उनकी सूंड बाईं तरफ हो, क्योंकि इनकी पूजा में नियम कम होते हैं.
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FIRST PUBLISHED : August 23, 2023, 23:50 IST