आशीष त्यागी/बागपत: शीशम का पेड़ आसानी के देशभर में कहीं भी मिल जाता है. शीशम की लकड़ी इतनी मजबूत होती है कि हर व्यक्ति की पसंद बनी हुई है. यह मजबूती के साथ औषधि गुणों से भरा हुआ पेड़ है. इसके जड़, तना, पत्ती सभी औषधि से भरपूर होते हैं. कहा जाता है कि इसका तेल शरीर में आधा दर्जन से अधिक बीमारियों को ठीक करता है. इसके पत्तों का नियमित इस्तेमाल कई प्रकार की बीमारियों से बचाए रखता है.
आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉक्टर राघवेंद्र चौधरी(रणजीत सिंह मेमोरियल क्लीनिक, खेकड़ा) ने बताया कि शीशम का पेड़ देश भर के कोने-कोने में मिल जाता है. शीशम की लकड़ी का प्रयोग इमारती लकड़ी के रूप में किया जाता है. यह एक मजबूत और आकर्षक लकड़ी होती है. वहीं इसके पेड़ में औषधि गुण भरपूर होते हैं. शीशम के बीज और लकड़ी का तेल निकाल कर पेट संबंधित समस्याओं में इस्तेमाल किया जाता है. पेट की समस्या से होने वाले दस्त, हैजा और बवासीर की समस्या में यह तेजी से आराम करता है.
संजीवनी बूटी से कम नहीं है शीशम का पत्ता
वहीं शीशम के पत्तों का इस्तेमाल अनीमिया जैसी समस्या में तेजी से आराम पहुंचाता है. इसके तेल का उपयोग शरीर के घाव भरने और शरीर पर होने वाली जलन में तेजी से आराम करता है. इसके बीज का उपयोग से पेट में होने वाले अल्सर को ठीक किया जाता है. स्किन पर खुजली, ड्राईनेस और जलन के इलाज के लिए शीशम का तेल लगा सकते हैं. यह अनेक बीमारियों में फायदा पहुंचती है.
ऐसे करें उपयोग
आयुर्वेदिक चिकित्सा राघवेंद्र चौधरी ने बताया कि इसका आसानी से प्रयोग किया जाता है. इसके पत्तों को चबाकर निगल लेने से यह आराम देता है. वहीं इसके बीच का चूर्ण बनाकर इस्तेमाल करने से यह आराम पहुंचाता है. वहीं इसकी लकड़ी से निकलने वाले तेल का इस्तेमाल भी आसानी से कर लाभ ले सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : March 20, 2024, 11:54 IST