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पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी का भाजाप से टिकट कटना तय माना जा रहा है। ऐसे में अब उनका सपा के टिकट पर उतरने की चर्चा है। इस चर्चा पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि हमारा संगठन इस बारे में निर्णय लेगा। अखिलेश यादव का वरुण को लेकर किसी तरह का इनकार नहीं करने से साफ हो गया है कि अगर भाजपा से टिकट नहीं मिला और उनकी इच्छा हुई तो सपा उन्हें मैदान में उतार सकती है। अगर ऐसे हुआ तो पहली बार राहुल गांधी और वरुण गांधी एक मंच पर नजर आ सकते हैं। यूपी में सपा और कांग्रेस ने गठबंधन किया है। कई सीटों पर अखिलेश यादव और राहुल गांधी के संयुक्त जनसभा की उम्मीद है।
लखनऊ में मीडिया से बातचीत करते हुए अखिलेश यादव ने भाजपा सांसद वरुण गांधी के सवाल पर कहा कि उनके बारे में हमारा संगठन निर्णय लेगा। हालांकि सपा में अखिलेश का ही फैसला अंतिम फैसला होता है। ऐसे में संगठन फैसला लेगा कहकर अखिलेश ने वरुण की सपा में एंट्री का रास्ता भी साफ क दिया है। अखिलेश ने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हटाएंगे और लोकतंत्र बचाएंगे
अखिलेश् यादव ने इस दौरान यूपी की योगी सरकार पर भी हमले किए। युवाओं और बेरोजगारों का मामला उठाते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सुनने मे आ रहा है कि सरकार ने और भी भर्तियां कैंसल कर दी है। यूपी में 60 लाख नौजवान का भविष्य अंधकार में चला गया और अगर इनके परिवार वालों ने भी बीजेपी का बहिष्कार कर दिया तो बीजेपी का सफाया होगा और यूपी में हर लोकसभा में बीजेपी मे 2.25 लाख वोट कम होंगे।
उन्होंने कहा कि छोटे व्यापारियों को लोन नहीं दिया जा रहा लेकिन बड़े उद्योगपतियों के 15 लाख करोड़ माफ़ कर दिए गए। हम इलेक्टोरल बॉन्ड को वसूली मानते हैं। चंदे के नाम पर वसूली से साफ हो गया कि पैकेज लीजिए तो जांच एजेंसी वापस चली जाएगी। बीजेपी के पास इस वसूली का जवाब नहीं है।
अखिलेश ने कहा कि चुनाव आयोग पर तो भरोसा है लेकिन बीजेपी पर नहीं है। सरकार संस्थाएं कमजोर कर रही है और जब संस्थाएं कमजोर होंगी तब लोकतंत्र कमजोर हो जाएगा। बीजेपी से ज्यादा स्मार्ट कोई नही है तो उनका प्रचार गारंटी हो गया और वो गारंटी नहीं बल्कि घंटी है। कहा कि पहले जुमला था लेकिन अब घंटी है।
एक सवाल के जवाब में अखिलेश ने कहा कि हमारे पास अमेठी की विधायक महारानी प्रजापति आई थीं। बाद में प्रेशर में उन्होंने भी बीजेपी ज्वाइन कर ली। अभी कुछ दिन पहले एक नेता हमारे पास आए और कहा कि बीजेपी के सीनियर लीडर जिन्होंने अपने पीए के जरिए बात की और कहा की हमारे ऊपर दबाव बनाया जा रहा है बीजेपी ज्वाइन कराने का। इसलिए बीजेपी मे वह शामिल हुए।