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जेल में बंद सपा विधायक के लिए नमाज में दुआ पढ़ी गई। एक साल से जेल में बंद सपा विधायक इरफान सोलंकी को बेकसूर बताकर उनकी रिहाई के लिए दुआ मांगी गई। तरावीह के बाद इमाम ने लाउड स्पीकर पर दुआ पढ़ी और रिहाई के लिए दुआ मांगी। बता दें कि कोर्ट में विधायक इरफान सोलंकी के केस में सुनवाई चल रही है। केस में फैसला आने का इंतजार किया जा रहा है। 19 मार्च यानि कल कोर्ट इस मामले में फैसला सुनाएगी।
मामला कानपुर के हलीम कॉलेज ग्राउंड का है। जहां रमजान की नमाज पढ़ी गई। इसमें लगभद 50 हजार लोग जुटे। इस दौरान इमाम ने दुआएं भी पढ़ीं। इनमें एक दुआ इरफान सोलंकी के लिए थी। तरावीह के बाद नमाज में दुआ पढ़ी गई। इमाम ने कहा कि नाजायज मुकदमों में जेल में बंद बेकसूर इरफान सोलंकी को रिहाई अता फरमा। हालांकि आगजनी केस में कानपुर एमपी/एमएलए कोर्ट इरफान को दोषी करार दे चुकी है। कल यानी 19 मार्च को कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी।
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विधायक इरफान सोलंकी समेत 12 आरोपियों पर कोर्ट फैसला सुनाएगा। इरफान सोलंकी महाराजगंज जेल में बंद हैं। इरफान सोलंकी के भाई रिजवान, शौकत समेत कुल चार अन्य आरोपी भी इस मामले में आरोपी हैं। विधायक के वकील शिवाकांत दीक्षित ने आरोप लगाया है कि इरफान के मामले में हीलाहवाली की जा रही है। पुलिस साक्ष्यों को गढ़ रही है। उन्होंने कहा कि इरफान सोलंकी निर्दोष हैं। पुलिस विधायक को जेल से बाहर नहीं आने देना चाहती।
इरफान सोलंकी के वकील ने अदालत में कहा कि लगातार बढ़ रही तारीखों को देखकर लग रहा है कि इरफान सोलंकी का राजनैतिक भविष्य समाप्त कर दिया जाए। कोर्ट ने कल की सुनवाई में एमपी एमएलए इरफान सोलंकी को तलब किया है। वकील ने कहा कि अभियोजन ने दायित्वों का निर्वहन ठीक ढंग से पूरा नहीं किया। उन्होंने कहा कि इरफान के भाई रिजवान की तरफ से सहयोग मिल रहा है।